खोजी कुत्ते 88% सटीकता के साथ कोविड का पता लगाने में सक्षम : अध्ययन
एक अध्ययन के अनुसार, खोजी कुत्ते (Sniffer dogs) SARS-CoV2 का पता लगाकर कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकते हैं। अध्ययन में यह पाया गया कि खोजी कुत्ते वायरस का पता लगाने में 88 प्रतिशत सटीक हो सकते हैं।
मुख्य बिंदु
- अध्ययन लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (London School of Hygiene & Tropical Medicine) और डरहम विश्वविद्यालय (Durham University) के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया था।
- उनका मानना है कि कुत्ते की जांच और स्वाब परीक्षण से 91 प्रतिशत संक्रमण का पता चल सकता है।
- कुत्ते कुछ एक सेकंड में ही वायरस का पता लगा सकते हैं। पारंपरिक COVID परीक्षणों के परिणाम देने के लिए 15 मिनट लगते हैं। इस तरह आधे घंटे में कुत्ते एक साथ 300 लोगों की स्क्रीनिंग कर सकते हैं।
- इस प्रकार, बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग के लिए सूंघना परीक्षण (sniff test) एक उपयुक्त तरीका हो सकता है।
कुत्तों ने वायरस की पहचान कैसे की?
मनुष्यों में कोरोनावायरस का पता लगाने वाले विशेषज्ञ चिकित्सा खोजी कुत्तों पर कैनाइन स्क्रीनिंग परीक्षण 2020 में शुरू हुआ। परीक्षण के दौरान, छह कुत्तों को COVID-19 वाले लोगों द्वारा उत्पादित गंध को पहचानने के लिए प्रशिक्षित किया गया था जो मानव नाक के लिए अवांछनीय थी। इस गंध को पहचानने के लिए कुत्तों को पहने हुए मोजे, फेस मास्क और टी-शर्ट दिए गए।
क्या कुत्ते विश्वसनीय बायोसेंसर हैं?
नकारात्मक समूह के लोग, जिनमे सामान्य सर्दी के वायरस थे, उन्हें भी परीक्षण का हिस्सा बनाया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कुत्ते अन्य श्वसन संक्रमणों से COVID को अलग करने में सक्षम थे। कुत्तों ने आसानी से इस बीमारी का पता लगाया, भले ही यह विभिन्न वैरिएंट के कारण हुई हो।
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