क्यूरियोसिटी (Curiosity) रोवर ने मंगल ग्रह पर रंगीन बादल के चित्र कैप्चर किये
नासा (NASA) द्वारा विकसित क्यूरियोसिटी रोवर (Curiosity Rover) ने मंगल ग्रह पर “चमकते बादलों” की छवियों को कैप्चर किया है। इससे वैज्ञानिकों को मार्स के बारे में और जानने में मदद मिलेगी।
मुख्य बिंदु
- शोधकर्ता अब इन बादलों का अध्ययन कर रहे हैं।
- नासा के अनुसार, लाल ग्रह के पतले और शुष्क वातावरण में “बादल वाले दिन दुर्लभ हैं”।
- बादल आमतौर पर ग्रह के भूमध्य रेखा पर किसी भी वर्ष के सबसे ठंडे समय में बनते हैं।इसका मतलब है कि बादल तब बनते हैं जब ग्रह अपनी अंडाकार कक्षा में सूर्य से सबसे दूर होता है।
क्यूरियोसिटी रोवर (Curiosity Rover)
हिंदी में Curiosity का अर्थ ‘जिज्ञासा’ होता है। क्यूरियोसिटी एक कार के आकार का मार्स रोवर है, जिसे मंगल ग्रह पर गेल क्रेटर का पता लगाने के लिए विकसित किया गया है, यह नासा के मार्स साइंस लेबोरेटरी (MSL) मिशन का एक हिस्सा है। इस रोवर को नवंबर 2011 में केप कैनावेरल से लॉन्च किया गया था और यह अगस्त 2012 में मंगल ग्रह पर गेल क्रेटर में एओलिस पलस (Aeolis Palus) पर उतरा था।
क्यूरियोसिटी का उद्देश्य
मंगल ग्रह की जलवायु और भूविज्ञान का अध्ययन करने के लिए क्यूरियोसिटी रोवर को मंगल के गेल क्रेटर (Gale crater) में लॉन्च किया गया था। यह इस बात का भी आकलन कर रहा है कि क्या गेल क्रेटर के अंदर चयनित फील्ड साइट ने कभी पर्यावरणीय परिस्थितियों और माइक्रोबियल जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियों का समर्थन किया है। इसका प्राथमिक कार्य पानी की भूमिका की जांच करना और रहने की क्षमता का अध्ययन करना है।
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