विश्व रोजगार और सामाजिक आउटलुक 2021 : मुख्य बिंदु
World Employment and Social Outlook 2021 के अनुसार, 2019 में 187 मिलियन की तुलना में 2022 में वैश्विक बेरोजगारी बढ़कर 205 मिलियन होने की उम्मीद है।
मुख्य निष्कर्ष
- कोविड-19 ने असमानताओं को और बढ़ा दिया है क्योंकि महिलाएं श्रमिक श्रम शक्ति से बाहर हो रही हैं। लैंगिक समानता हासिल करने के लिए वर्षों की प्रगति अब जोखिम में है।
- अनौपचारिक और कम कुशल श्रमिकों के पास घर से काम करने का कोई विकल्प नहीं है। उन्हें अपनी नौकरी बनाए रखने के लिए भारी स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है।
- 108 मिलियन श्रमिक और उनके परिवार के सदस्य अब गरीबी में जी रहे हैं।
- व्यापार बाधित आपूर्ति श्रृंखलाओं, प्रेषण सिकुड़ने और पर्यटन में ठहराव के कारण महामारी ने अफ्रीकी देशों को बुरी तरह से प्रभावित किया है।
- कोविड-19 ने अफ्रीका में गरीबी कम करने में हुई प्रगति को उलट दिया है।
विश्व रोजगार और सामाजिक आउटलुक (World Employment & Social Outlook)
- यह रिपोर्ट दुनिया भर में श्रम बाजार पर संकट के प्रभाव का विश्लेषण करती है।
- यह रिकवरी के लिए अनुमान और श्रमिकों व उद्यमों के विभिन्न समूहों पर संकट के असमान प्रभाव का विवरण प्रदान करती है।
- इसने व्यापक-आधारित मानव-केंद्रित रिकवरी का आह्वान किया है।
बेरोजगारी क्यों बढ़ेगी?
इस रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 ने दुनिया भर के श्रम बाजारों में अभूतपूर्व व्यवधान पैदा किया है। इसने युवा पीढ़ी के जीवन को प्रभावित किया है जिससे उनकी शिक्षा में बाधा उत्पन्न हुई है। जिन क्षेत्रों में डिजिटल बुनियादी ढांचा कम विकसित है, वे अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। अब उनके लिए श्रम बाजार में प्रवेश करना और नौकरियों पर टिके रहना मुश्किल हो गया है। ऐसे में बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है।
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