ICMR चौथा राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण (National Sero Survey) शुरू करेगा, जानिए क्या होता है सीरो सर्वेक्षण शुरू?
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल (Dr. V.K. Paul) के अनुसार, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research-ICMR) चौथा राष्ट्रीय कोविड-19 सीरो सर्वे शुरू करेगा ।
मुख्य बिंदु
- उन्होंने राज्यों से कोविड -19 महामारी के प्रसार का आकलन करने के लिए अपनी स्वयं की सीरो निगरानी शुरू करने का भी आग्रह किया है।
- यह ICMR द्वारा किया जाने वाला चौथा सीरो सर्वे होगा।
- यह पूरे भारत के 70 जिलों में आयोजित किया जाएगा।
- 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
सीरो सर्वे (Sero Survey) क्या है?
समुदाय के बीच कोरोनावायरस एंटीबॉडी के प्रसार को निर्धारित करने के लिए सीरो सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता है। इस सर्वेक्षण में, IgG (इम्युनोग्लोबुलिन जी) एंटीबॉडी की उपस्थिति के लिए रक्त के नमूनों का परीक्षण किया जाता है। इस एंटीबॉडी से यह पता चलता है कि पिछले कुछ समय में व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित हुआ है। IgG कोविड -19 संक्रमण के दो सप्ताह के भीतर दिखाई देते हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि शरीर में कितने समय तक एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है।
सीरो-परीक्षण क्यों किया जाता है?
सीरो-सर्वेक्षण नियमित परीक्षण से भिन्न चुनिंदा जिलों में उच्च और निम्न-जोखिम वाले समूहों का अधिक केंद्रित जनसंख्या-आधारित सर्वेक्षण है। सीरो सर्वेक्षण सरकार और उसकी एजेंसियों को कोविड-19 के रुझानों की निगरानी में मदद करता है और सामुदायिक प्रसारण (community transmission) की जांच करने में मदद करता है।
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