स्कूल न जाने वाले बच्चों (out-of-school children) का डाटा एकत्रित करेगा केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय
शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल न जाने वाले बच्चों (out-of-school children) के डाटा को संकलित (compile) करने के लिए एक ऑनलाइन मॉड्यूल विकसित किया है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से तिमाही प्रगति रिपोर्ट अपलोड करने को भी कहा है।
मॉड्यूल के बारे में
- इस ऑनलाइन मॉड्यूल के तहत, स्कूल न जाने वाले बच्चों के डाटा को‘समग्र शिक्षा अभियान’ (Samagra Shiksha Abhiyan) के विशेष प्रशिक्षण केंद्रों के साथ मैप किया जाना चाहिए।
- इन डाटा सेट के संकलन से उन बच्चों को स्कूल में वापस लाने में मदद मिलेगी।इस प्रकार, यह मॉड्यूल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य फोकस के अनुरूप है।
- प्रखंड संसाधन समन्वयक (Block Resource Coordinator) के अंतर्गत सभी चिन्हित विद्यालय न जाने वाले बच्चों की सूचना प्रखंड स्तर पर अपलोड की जायेगी।
- तिमाही प्रगति रिपोर्ट और उपयोगकर्ता पुस्तिका (user manual) को पोर्टल पर साझा किया जाएगा।
यह मॉड्यूल क्यों विकसित किया गया?
इस मॉड्यूल को विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के विचार के मुताबिक विकसित किया गया था कि, लाखों छात्र कोविड -19 महामारी के बीच स्कूलों से बाहर हो गए क्योंकि शैक्षणिक संस्थान खुले नहीं हैं और ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं। रिवर्स माइग्रेशन (Reverse Migration) ने भी स्थिति को खराब कर दिया है।
समग्र शिक्षा (Samagra Shiksha)
यह स्कूली शिक्षा के लिए एक एकीकृत योजना है जो पूर्व-विद्यालय से 12वीं कक्षा तक फैली हुई है। यह स्कूल में सभी स्तरों पर समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करती है। यह योजना सर्व शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan – SSA), शिक्षक शिक्षा (Teacher Education – TE) और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (Rashtriya Madhyamik Shiksha Abhiyan – RMSA) को मिलाकर शुरू की गई थी।
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