भारत हरित हाइड्रोजन पहल पर शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा
भारत हरित हाइड्रोजन पहल (Green Hydrogen Initiatives) पर दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। यह शिखर सम्मेलन 22 जून, 2021 से शुरू होगा जिसमें ब्रिक्स राष्ट्र शामिल होंगे।
मुख्य बिंदु
- यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम अपनी ग्रीन हाइड्रोजन पहलों और विचारों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- इस ऑनलाइन कार्यक्रम की मेजबानी भारत के सबसे बड़े बिजली उत्पादक NTPC द्वारा की जाएगी।
- इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के सर्वश्रेष्ठ नीति निर्माता और प्रमुख हितधारक ऊर्जा मिश्रण में हाइड्रोजन के भविष्य पर विचार-विमर्श और चर्चा करेंगे।
- यह शिखर सम्मेलन समग्र ऊर्जा नीति ढांचे में हाइड्रोजन को एकीकृत करने वाले विचारों पर पैनल चर्चा का गवाह बनेगा।
हाइड्रोजन के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
हाइड्रोजन जो जीवाश्म ईंधन से उत्पन्न होता है उसे ग्रे हाइड्रोजन (grey hydrogen) कहा जाता है और जो कार्बन कैप्चर और भंडारण विकल्पों के साथ जीवाश्म ईंधन से उत्पन्न होता है उसे नीला हाइड्रोजन (blue hydrogen) कहा जाता है। दूसरी ओर, ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) पूरी तरह से अक्षय ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त होता है।
ग्रीन हाइड्रोजन के लाभ
ग्रीन हाइड्रोजन पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि इसके उपयोग से शून्य उत्सर्जन होता है। यह एक स्वच्छ जलने वाला अणु है जो लोहा और इस्पात, रसायन और परिवहन जैसे क्षेत्रों को डीकार्बोनाइज कर सकता है। ग्रीन हाइड्रोजन स्वच्छ विद्युत गतिशीलता की ओर परिवर्तन में भी मदद करेगा और ऊर्जा भंडारण के लिए खनिजों और दुर्लभ-पृथ्वी तत्व-आधारित बैटरी पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा।
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