नीति आयोग ने किया मोटापे की रोकथाम पर राष्ट्रीय सम्मेलन (National Convention on Prevention of Obesity) का आयोजन
हाल ही में मातृ, किशोर और बचपन के मोटापे की रोकथाम पर राष्ट्रीय सम्मेलन नीति आयोग द्वारा आयोजित किया गया।
मुख्य बिंदु
- यह सम्मेलन डॉ. वी.के. पॉल की अध्यक्षता में और डॉ. आर. हेमलता की सह-अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
- नीति आयोग ने मोटापे को ‘मौन महामारी’ (silent epidemic) बताया।
- इस सम्मेलन और राष्ट्रीय परामर्श के दौरान वैश्विक विशेषज्ञों, संयुक्त राष्ट्र निकायों और केंद्रीय मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने मोटापे के बढ़ते प्रसार पर अपने साक्ष्य प्रस्तुत किए और मोटापा कम करने की सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रस्तुत किया।
- आयुष मंत्रालय और युवा मामलों के विभाग के सचिवों ने भी स्वस्थ व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दिए।
- अंत में, डॉ. वी.के. पॉल ने गतिविधि और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए किशोरों को लक्षित करने के लिए एक बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण का आह्वान किया।
भारत में मोटापा (Obesity in India)
Indian Council of Indian Research और National Institute of Nutrition द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि शहरी भारत में वयस्क ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक वसा का सेवन करते हैं। ‘What India Eats’ सर्वे के अनुसार, भारत के शहरी केंद्रों में वयस्कों ने प्रति दिन औसतन 51.6 ग्राम वसा का सेवन किया। ग्रामीण क्षेत्रों में यह मात्रा 36 ग्राम थी। दक्षिणी भारत ने प्रति व्यक्ति 22.9 ग्राम सेवन प्रति दिन अतिरिक्त वसा या तेल की सबसे कम खपत की सूचना दी।
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