ग्रीन फ्रेट कॉरिडोर-2 (Green Freight Corridor-2) की पहली यात्रा शुरू हुई

जहाजरानी मंत्रालय ने 30 जून, 2021 को ग्रीन फ्रेट कॉरिडोर-2 (Green Freight Corridor-2) के तहत पहली यात्रा शुरू की।

मुख्य बिंदु

  • ग्रीन फ्रेट कॉरिडोर-2 एक तटीय शिपिंग सेवा (coastal shipping service) है।
  • यह यात्रा कोचीन बंदरगाह से उत्तरी केरल में स्थित बेपोर और अझीक्कल बंदरगाहों के लिए शुरू की गई थी।

यह यात्रा सेवा क्यों शुरू की गई?

तटीय व्यापार को बढ़ावा देकर प्रमुख और गैर-प्रमुख बंदरगाहों के बीच कनेक्टिविटी और तालमेल में सुधार के लिए मंत्रालय की योजनाओं के अनुरूप पहली यात्रा सेवा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य निम्नलिखित है :

  1. इंटरमॉडल और टिकाऊ ग्राहक समाधान का निर्माण
  2. जलमार्गों के उपयोग में सुधार
  3. सड़क और रेल यातायात में कटौती
  4. लॉजिस्टिक खर्च में कटौती

पहली यात्रा सेवा के बारे में

पहली यात्रा का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया था। इसका उद्घाटन मुंबई स्थित राउंड द कोस्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित सेवा के तहत किया गया था। यह नई शुरू की गई सेवा प्रारंभिक चरणों में कोचीन को बेपोर-अझिक्कल से जोड़ेगी जबकि बाद के चरणों में केरल में कोल्लम बंदरगाहों को जोड़ेगी। सप्ताह में दो बार कोचीन से बेपोर और अझिक्कल के लिए जहाज लोड होंगे।

किन वस्तुओं की ढुलाई की जाएगी?

इस सेवा का उपयोग गुजरात से कोचीन बंदरगाह तक चावल, नमक, गेहूं, निर्माण सामग्री, सीमेंट और अन्य वस्तुओं की ढुलाई के लिए किया जाएगा। कोचीन बंदरगाह से आगे परिवहन जलमार्ग द्वारा केरल के अन्य बंदरगाहों तक ले जाया जाएगा। वापसी यात्रा के दौरान प्लाईवुड, कपड़ा, कॉफी, जूते जैसी वस्तुओं की ढुलाई होगी।

कोचीन पोर्ट या कोच्चि पोर्ट

यह केरल के कोच्चि शहर में अरब सागर, लक्षद्वीप सागर और हिंद महासागर समुद्री मार्ग पर एक प्रमुख बंदरगाह है। यह भारत के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। यह भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी है। यह कोच्चि झील में दो द्वीपों विलिंगडन द्वीप और वल्लारपदम पर स्थित है। इंटरनेशनल कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल (ICTT) (कोचीन पोर्ट का हिस्सा) भारत में सबसे बड़ी कंटेनर ट्रांसशिपमेंट फैसिलिटी है।

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