यूनेस्को: लिवरपूल का विश्व विरासत का दर्जा हटाया गया
2004 में लिवरपूल को विश्व विरासत स्थल का खिताब दिए जाने के बाद, 21 जुलाई 2021 इसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल की सूची से हटा दिया गया है।
मुख्य बिंदु
- यूनेस्को समिति द्वारा गुप्त मतदान के बाद यह निर्णय लिया गया। उन्होंने लिवरपूल के इस दर्जे को हटाने का निर्णय लिया।
- लिवरपूल ने अपने समुद्री इतिहास की मान्यता में 2004 में विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त किया था। 18वीं और 19वीं शताब्दी में, यह दुनिया के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में से एक था।
- विरासत सूची को इमारतों, स्मारकों और अन्य स्थलों को संरक्षित करने और चिन्हित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और लिवरपूल को हटाने का यह निर्णय शहर की प्रतिष्ठा को प्रभावित करेगा।
- इससे पहले, केवल दो स्थानों ने अपनी विरासत का दर्जा खो दिया है: वर्ष 2007 में ओमान में अरेबियन ओरिक्स अभयारण्य (Arabian Oryx Sanctuary), और वर्ष 2009 में जर्मनी में ड्रेसडेन एल्बे घाटी (Dresden Elbe Valley)। स्थानों को इस सूची हटा दिया जाता है यदि वे इन स्थलों को ठीक से संरक्षित नहीं रखते हैं।
लिवरपूल को सूची से क्यों हटाया गया?
2012 में लिवरपूल को खतरे में विश्व विरासत की सूची में रखा गया था। लिवरपूल के मामले में, इसके ऐतिहासिक तट के लिए $7 बिलियन डॉलर की पुनर्जनन योजना के कारण इस शहर को सूची से हटा दिया गया है। इस परियोजना में लग्जरी अपार्टमेंट्स का निर्माण भी शामिल है, जिसने चिंताएं बढ़ा दी हैं।
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