KAZIND-21 : भारत-कजाखस्तान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास का 5वां संस्करण
भारत-कजाखस्तान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास KAZIND-21 का 5वां संस्करण 30 अगस्त से 11 सितंबर, 2021 तक आयोजित किया जायेगा।
मुख्य बिंदु
- यह संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास सैन्य कूटनीति के एक हिस्से के रूप में आयोजित किया जाएगा।
- यह कजाकिस्तान के साथ बढ़ते रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए बेहद उपयोगी है।
- यह प्रशिक्षण अभ्यास कजाकिस्तान के आयशा बीबी में आयोजित किया जाएगा।
अभ्यास का महत्व
- संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास से भारत और कजाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
- यह भारत के सशस्त्र बलों को संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के अनुसार पहाड़ी और ग्रामीण परिदृश्यों में आतंकवाद विरोधी आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए प्रशिक्षित करने का अवसर भी प्रदान करेगा ।
- यह आपसी विश्वास, अंतर-संचालन को मजबूत करने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सक्षम बनाने में मदद करेगा।
पृष्ठभूमि
KAZIND -2019 के संस्करण का आयोजन भारत और कजाखस्तान के बीच उत्तराखंड में 2019 में किया गया था।
KAZIND
यह सैन्य अभ्यास वैकल्पिक रूप से कजाकिस्तान और भारत में आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास के दौरान, दोनों देशों की सेनाएं अपने अनुभव साझा करती हैं जो उन्होंने कई आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन करते हुए प्राप्त किया है। इसमें हाइब्रिड युद्ध के उभरते रुझानों के पहलुओं को भी शामिल किया गया है।
हाइब्रिड युद्ध क्या है?
यह खुली शत्रुता में शामिल हुए बिना विरोधियों के कार्यों को बाधित और अक्षम करने के उद्देश्य से बहु-डोमेन युद्धक दृष्टिकोण के तहत अपरंपरागत तरीकों के उपयोग को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, यूक्रेन के लिए रूस का दृष्टिकोण हाइब्रिड युद्ध का एक रूप है जिसमें आर्थिक हेरफेर, दुष्प्रचार और विद्रोह आदि जैसी गतिविधियों का संयोजन शामिल है।
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