IIT-D ने क्वांटम टेक्नोलॉजीज पर केंद्र लॉन्च किया

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने संबंधित क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों का संचालन करने के लिए क्वांटम टेक्नोलॉजीज पर एक ‘उत्कृष्टता केंद्र (CoE)’ की स्थापना की है।

मुख्य बिंदु

  • यह उत्कृष्टता केंद्र IIT दिल्ली में की जा रही गतिविधियों में तालमेल और सामंजस्य लाएगा।
  • यह प्रमुख जांचकर्ताओं को विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग और अन्य एजेंसियों से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए पिच करने में भी सहायता करेगा।

फोकस क्षेत्र

यह उत्कृष्टता केंद्र क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी, क्वांटम संचार और क्वांटम सामग्री और उपकरणों सहित चुनिंदा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह केंद्र नई क्वांटम सामग्री के डिजाइन और विकास का कार्य करेगा। यह क्वांटम प्रोसेसर और क्रायोजेनिक कंट्रोलर, CMOS और 2D सामग्री, क्वांटम बायोफोटोनिक्स, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी, सिंगल-फोटॉन डिटेक्टरों के विकास आदि जैसे सेमीकंडक्टिंग क्यूबिट्स के मॉडलिंग और प्रौद्योगिकी विकास से संबंधित अनुसंधान गतिविधियों को भी करेगा।

क्वांटम भौतिकी (Quantum Physics) का महत्व

क्वांटम भौतिकी ने लगभग 100 वर्षों में समाज को अभूतपूर्व तरीके से प्रभावित किया है। प्रकाश और सामग्री में क्वांटम भौतिकी की विशेषताओं का फायदा उठाने के लिए, शोधकर्ताओं ने लेजर और ट्रांजिस्टर दोनों का आविष्कार किया। सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर, इंटरनेट आदि के आधार के आविष्कारों ने समाज को काफी हद तक आकार दिया है। यह पहली क्वांटम क्रांति थी।

दूसरी क्वांटम क्रांति

दूसरी क्वांटम क्रांति शीघ्र ही होने वाली है। यह फोटॉन और परमाणुओं जैसी एकल क्वांटम वस्तुओं का पता लगाने और उनमें  बदलाव करने की क्षमता की प्रगति से काफी लाभान्वित हो रहा है।

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