औरंगाबाद, महाराष्ट्र

औरंगाबाद महाराष्ट्र में स्थित ऐतिहासिक शहर है। शहर ने अंतिम स्वतंत्र मुगल सम्राट औरंगजेब द्वारा शुरू की गई जटिल मुगल कला और वास्तुकला वाले स्मारकों के कारण प्रमुखता अर्जित की।
औरंगाबाद का स्थान
औरंगाबाद महाराष्ट्र के उत्तरी भाग में स्थित है। यह महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से 375 किमी की दूरी पर स्थित है।
औरंगाबाद का इतिहास
औरंगाबाद का इतिहास मध्यकाल के समय से है। 1653 में औरंगाबाद दिल्ली के बाद मुगल राजवंश का केंद्र बन गया। औरंगजेब ने फतेहनगर का नाम बदलकर औरंगाबाद कर दिया। 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद औरंगाबाद मराठों और निजाम के कब्जे में आया। ब्रिटिश साम्राज्य के शासन के दौरान औरंगाबाद स्वतंत्रता तक हैदराबाद का हिस्सा बन गया।
औरंगाबाद का भूगोल
औरंगाबाद भारत में पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला और डेक्कन ट्रैप की ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों से घिरा हुआ है। खाम नदी औरंगाबाद को काटती है जो सिंचाई में मदद करती है। औरंगाबाद की अक्षांशीय स्थिति 19°53’47” उत्तर और देशांतर स्थिति 75°23’54” पूर्व है।
औरंगाबाद की जलवायु
औरंगजेब की जलवायु उष्णकटिबंधीय अर्ध-शुष्क मैदानी जलवायु है। गर्मियों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से 46 डिग्री सेल्सियस और सर्दियों का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
औरंगाबाद की जनसांख्यिकी
वर्ष 2011 की जनसंख्या जनगणना के अनुसार औरंगाबाद की जनसंख्या लगभग 1,171,260 है। यह मुंबई, पुणे, नासिक और नागपुर के बाद महाराष्ट्र का पांचवां आबादी वाला शहर है। औरंगाबाद नगर निगम इस पश्चिम भारतीय शहर के विकास और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है।
औरंगाबाद की संस्कृति
यहाँ की संस्कृति महाराष्ट्र की संस्कृति और हैदराबादी संस्कृति के समान है। पुराने शहर में आंध्र प्रदेश के व्यंजन और उर्दू साहित्य का स्वाद है। दक्कनी व्यंजन एक लोकप्रिय व्यंजन है, जो पुनेरी और हैदराबादी व्यंजनों का मिश्रण है। औरंगाबाद बड़ी संख्या में मेलों और त्योहारों के लिए भी लोकप्रिय है।
औरंगाबाद की अर्थव्यवस्था
शहर सूचना प्रौद्योगिकी हब के रूप में उभरा है। यह पश्चिमी भारत के लिए एक प्रमुख व्यापार मार्ग के रूप में कार्य करता है। औरंगाबाद रेशम और सूती वस्त्र और खुदरा उद्योगों का केंद्र भी है।
औरंगाबाद में पर्यटन
औरंगाबाद में एलोरा और अजंता गुफाएं, बीबी का मकबरा, दौलताबाद किला, पंचककी, सलीम अली झील, औरंगाबाद गुफाएं, ग्रिशनेश्वर मंदिर, सलीम पक्षी अभयारण्य, औरंगजेब का मकबरा, चिंतामणि पार्श्वनाथ दिगंबर और सिद्धार्थ गार्डन जैसे कई पर्यटन स्थल स्थित हैं।

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