कामधेनु दीपावली 2021 अभियान को लांच किया गया
पूर्व कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने 3 अक्टूबर, 2021 को “कामधेनु दीपावली 2021 अभियान” लांच किया।
मुख्य बिंदु
- यह अभियान लगभग 100 करोड़ दीये और गाय के गोबर से बनी लक्ष्मी-गणेश मूर्तियों के निर्माण और विपणन के लिए शुरू किया गया था।
- इस अभियान के तहत, गायों के दूध, दही और घी के साथ गाय के गोबर और गोमूत्र का आर्थिक रूप से उपयोग करके गायों का आर्थिक रूप से उपयोग किया जाएगा।
- गाय से पंचगव्य से अब 300 वस्तुएँ बन रही हैं, जिनमें दीपक, मोमबत्ती, दीये, हवनसामग्री, हार्ड बोर्ड, धूपबत्ती, अगरबत्ती, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ आदि शामिल हैं।
स्टार्ट-अप को कौन प्रशिक्षित करता है?
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग भारत भर में स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है, जिससे बड़ी संख्या में गाय के गोबर आधारित स्टार्ट अप को बढ़ावा मिला है।
अभियान का महत्व
इस अभियान से भारत भर के गाय उद्यमियों को लाभ होगा। यह एक पर्यावरण के अनुकूल अभियान है जो गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करेगा। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को भी सशक्त बनाएगा।
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग
यह “मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय” के “पशुपालन और डेयरी विभाग” के तहत काम करने वाली एक एजेंसी है। इसकी स्थापना गायों की रक्षा के लिए की गई थी। यह नस्लों के संरक्षण और सुधार के साथ-साथ गायों और बछड़ों के वध पर रोक लगाने के लिए भी कदम उठाता है। बाप एजेंसी राष्ट्रीय गोकुल मिशन के एक अभिन्न अंग के रूप में भी कार्य करती है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन
यह मिशन दिसंबर 2014 में सरकार द्वारा स्वदेशी गोजातीय नस्लों के विकास और संरक्षण और गोजातीय आबादी के आनुवंशिक उन्नयन के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
Tags:Current Affairs in Hindi , Hindi Current Affair , Kamdhenu Deepawali 2021 , कामधेनु दीपावली 2021 , राष्ट्रीय कामधेनु आयोग , राष्ट्रीय गोकुल मिशन