भारत और ब्रिटेन ने उर्जा पर फॉरवर्ड एक्शन प्लान (Forward Action Plan) पर हस्ताक्षर किए

भारत और यूनाइटेड किंगडम ने अपने 2030 रोडमैप के तहत ‘बिजली और स्वच्छ परिवहन, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित वित्त और हरित ऊर्जा अनुसंधान पर फॉरवर्ड एक्शन प्लान’ पर समझौता किया है।

मुख्य बिंदु

“फॉरवर्ड एक्शन प्लान” पर तीसरी “India-UK Energy for Growth Partnership – Ministerial Energy Dialogue”, “संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP-26)” की पृष्ठभूमि में चर्चा की गई, जो 31 अक्टूबर से ग्लासगो में शुरू होने वाली है। 

बैठक के दौरान हुई प्रमुख चर्चा

  • दोनों देशों ने ‘फॉरवर्ड एक्शन प्लान’ पर विचार-विमर्श किया और सहमति व्यक्त की। इस कार्य योजना में ऊर्जा भंडारण, स्मार्ट ग्रिड, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी स्टोरेज और अक्षय ऊर्जा में निवेश जुटाने की आवश्यकता जैसे कई विषय शामिल हैं।
  • इस कार्य योजना पर भारत और यूके की “हरित ऊर्जा के लिए विश्व बैंक” स्थापित करने की संभावना तलाशने की योजना की पृष्ठभूमि में सहमति व्यक्त की गई थी।
  • यूके ने पहले भी हरित और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में सार्वजनिक और निजी निवेश के लिए 1.2 बिलियन डॉलर के पैकेज की घोषणा की थी। इसने हरित हाइड्रोजन पर भारत के साथ सहयोग करने की अपनी योजना भी व्यक्त की।

ग्रीन हाइड्रोजन

यह इलेक्ट्रोलाइज़र द्वारा पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करके उत्पादित किया जाता है जो पवन और सौर जैसे नवीकरणीय ऊर्जा से बिजली द्वारा संचालित होता है। यह भारत में ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक गेम चेंजर हो सकता है और आयात को कम करने में मदद कर सकता है। भारत वर्तमान में अपने तेल का 85% और गैस की मांग का 53% आयात करता है।

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