खजुराहो नृत्य महोत्सव
खजुराहो नृत्य महोत्सव भारतीय नृत्य समारोहों में सबसे शानदार उत्सवों में से एक है। त्योहार मध्य प्रदेश कला परिषद द्वारा आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य विशेष रूप से खजुराहो की सांस्कृतिक विरासत को पूरे देश को बढ़ावा देना है। नृत्य उत्सव का उद्देश्य संस्कृति को समाज के लिए प्रासंगिक बनाना और देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना भी है। इस क्षेत्र के मंदिरों की महिमा का जश्न मनाने के लिए हर वसंत में त्योहार आयोजित किया जाता है। खजुराहो प्राचीन भारतीय चंदेल वंश की धार्मिक राजधानी थी। राजवंश मध्य भारत के शक्तिशाली राजपूत राजवंशों में से एक था। मनमोहक मंदिर पौराणिक नृत्य उत्सव से जुड़े हुए हैं। खजुराहो नृत्य महोत्सव देश की विभिन्न नृत्य शैलियों और रूपों के मेल का मंच है। इस सांस्कृतिक उत्सव का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों जैसे कथक, भरतनाट्यम, ओडिसी, कुचिपुड़ी, मणिपुरी और कथकली की समृद्धि को विश्व के सामने लाना है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य और संगीत का उत्सव भव्य मंदिरों के परिवेश में होता है। खजुराहो नृत्य महोत्सव शास्त्रीय नृत्यों का एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव है जो हर साल आयोजित किया जाता है। त्योहार ज्यादातर फरवरी और मार्च के महीनों में होता है। शास्त्रीय नृत्य और आधुनिक भारतीय नृत्य भी देश की संस्कृति विरासत को मजबूत करते हैं। संपूर्ण नृत्य उत्सव नृत्य विरासत के इतिहास और वर्तमान को एक साथ लाता है। खजुराहो नृत्य उत्सव भारतीय नृत्य की विभिन्न शास्त्रीय शैलियों की प्रतिभाओं को प्रदर्शित करता है।