ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ पनडुब्बी समझौता किया
ऑस्ट्रेलिया ने 22 नवंबर, 2021 को अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम (यूके) नामक नए रक्षा गठबंधनों के साथ एक पनडुब्बी समझौते पर हस्ताक्षर किए।
प्रमुख बिंदु
- यह सौदा ऑस्ट्रेलियाई नौसेना को परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों से लैस करने का प्रयास करता है।
- इस सौदे पर ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री पीटर डटन (Peter Dutton) ने अमेरिका और ब्रिटिश राजनयिकों के साथ हस्ताक्षर किए।
- यह सौदा तीन देशों के बीच संवेदनशील “नौसेना परमाणु प्रणोदन सूचना” (naval nuclear propulsion information) के आदान-प्रदान की अनुमति देता है।
- यह सार्वजनिक रूप से हस्ताक्षरित होने वाला प्रौद्योगिकी पर पहला समझौता है।
सौदे के बारे में
- इस सौदे से ऑस्ट्रेलिया को पनडुब्बी खरीद में 18 महीने का अध्ययन करने में मदद मिलेगी। खरीद का विवरण अभी तक तय नहीं किया गया है।
- सौदे के तहत दी गई जानकारी तक पहुंच के साथ, ऑस्ट्रेलिया को नौसैनिक परमाणु-संचालित प्रौद्योगिकी के विश्वसनीय और जिम्मेदार प्रबंधक के रूप में तैनात किया जाएगा।
रक्षा गठबंधन
ऑस्ट्रेलिया, यूके और अमेरिका ने अपने बीच एक नए रक्षा गठबंधन के गठन की घोषणा की, जिसे AUKUS कहा जाता है। यह प्रशांत महासागर में सामरिक तनाव का सामना करने के लिए बनाया गया था, जहां चीन-अमेरिका प्रतिद्वंद्विता बढ़ रही है।
AUKUS गठबंधन
यह ऑस्ट्रेलिया, यूके और अमेरिका (AUKUS) के बीच इंडो-पैसिफिक के लिए एक त्रिपक्षीय सुरक्षा साझेदारी है। इस समझौते का प्रमुख आकर्षण अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी प्रौद्योगिकी को ऑस्ट्रेलिया के साथ साझा करना है। यह समूह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक हितों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे यह दक्षिण चीन सागर में चीन की मुखर कार्रवाइयों के खिलाफ एक गठबंधन बन जाता है। इस पहल के तहत ऑस्ट्रेलिया यूके और अमेरिका की मदद से परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों का अधिग्रहण करेगा।
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