‘भारत गौरव’ योजना क्या है?
भारतीय रेलवे ने 23 नवंबर, 2021 को “भारत गौरव योजना” (Bharat Gaurav Scheme) नामक एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, निजी टूर ऑपरेटर रेलवे से लीज पर ट्रेनें ले सकते हैं और इन ट्रेनों को अपनी पसंद के किसी भी सर्किट पर चला सकते हैं।
मुख्य बिंदु
- निजी ऑपरेटरों को भी ट्रेनों के रूट, किराए और सेवाओं की गुणवत्ता तय करने की आजादी मिलेगी।
- इस उद्देश्य के लिए, रेलवे ने 3033 ICF कोच रखे हैं, जो लगभग 150 ट्रेनों के बराबर हैं।
- ट्रस्ट, सोसाइटी, कंसोर्टिया और यहां तक कि राज्य सरकारों सहित कोई भी व्यक्ति इन ट्रेनों को लीज पर लेने और उन्हें विशेष थीम-आधारित पर्यटन सर्किट पर चलाने के लिए आवेदन कर सकता है।
थीम आधारित पर्यटन
थीम आधारित पर्यटन सर्किट का अर्थ है, ट्रेनें जैसे:
- गुरु कृपा जो गुरु नानक से जुड़े सभी स्थानों पर जाती है
- रामायण-थीम वाली ट्रेन जो भगवान राम से जुड़े सभी स्थानों तक जाती है।
इसके लिए कौन आवेदन कर सकता है?
कोई भी इच्छुक पार्टी 1 लाख रुपये के एकमुश्त शुल्क के साथ पंजीकरण करके ट्रेन को पट्टे पर लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। यह व्यवस्था दो से 10 साल के लिए की जा सकती है। ऑपरेटरों को प्रति रेक 1 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि भी देनी होगी। प्रत्येक ट्रेन का आकार दो गार्ड वैन सहित 14-20 कोच का होगा। रेलवे सिर्फ ढुलाई शुल्क और उपयोग का अधिकार शुल्क देखेगा।
इस योजना के पैरामीटर क्या हैं?
भारत गौरव योजना के मानदंड हैं कि, ऑपरेटर को दर्शनीय स्थलों की यात्रा, स्थानीय परिवहन (टैक्सी आदि), भोजन, जहाज पर मनोरंजन, स्टॉपओवर स्थानों पर होटल आदि की पेशकश करनी होगी।
ऑपरेटरों के लिए विशेष इकाइयाँ
ऑपरेटरों को सुविधा प्रदान करने और उन्हें संभालने के लिए रेलवे सभी क्षेत्रों में विशेष इकाइयाँ स्थापित करेगा। रेलवे ने ऐसी ट्रेनों के अंदर और बाहर ब्रांडिंग और विज्ञापन की भी अनुमति दी है।
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