अक्षय तृतीया
अक्षय तृतीया हिंदू पंचांग में सबसे पवित्र दिनों में से एक है। इसे अक्षया तीज भी कहा जाता है। यह बैशाख शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है। यह दिन हिंदुओं के भगवान विष्णु का एक महत्वपूर्ण दीयों माना जाता है। इस दिन विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का भी जन्म हुआ था। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी पवित्र दिन से त्रेता युग की शुरुआत हुई थी। यह भी माना जाता है कि हिंदुओं की पवित्र गंगा नदी इसी दिन धरती पर बहने के लिए स्वर्ग से नीचे आई थी। हिंदुओं का मानना है कि भगवान गणेश और वेदव्यास ने इसी दिन महाभारत की रचना करना शुरू किया था। अक्षया शब्द का अर्थ है अनंत या जो निरंतर चलता रहे। अक्षय तृतीया को मुख्य रूप से शुभ दिनों में से एक माना जाता है, जब किसी को सोना और चांदी, और विभिन्न अन्य गहने, हीरे या कोई अचल संपत्ति खरीदनी चाहिए।। एक किंवदंती है कि अक्षय तृतीया के दिव्य दिन पर शुरू किया गया कोई भी उद्यम बढ़ता रहेगा और अच्छी किस्मत और समृद्धि लाएगा।