भारत में इस्लाम का उदय
भारत में इस्लाम का उदय विदेशी आक्रमण का परिणाम है। मुस्लिमों ने 8 वीं शताब्दी की शुरुआत में भारत पर आक्रमण किया था। भारत में इस्लाम का पहला आक्रमण उमय्यद खलीफाओं के अरब गवर्नरों ने सिंध पर किया था। 711 में मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर कब्जा कर लिया। उसने ब्रहमनाबाद और आलोर पर विजय प्राप्त की। इसने पहली बार भारतीय धरती पर इस्लाम को स्थापित किया। मुहम्मद बिन कासिम के बाद अरबों का कोई भी आक्रमण सफल नही हो पाया। अरब प्रभाव धीरे-धीरे कम हो गया। इस प्रारंभिक अरब विजय का भारत में मुसलमानों की भविष्य की नीति के लिए महत्वपूर्ण परिणाम था। भारत में इस्लाम का विस्तार यह प्रारंभिक संबंध 300 से अधिक वर्षों तक बना रहा। मालाबर में मुस्लिम व्यापारियों ने इस्लाम धर्म की स्थापना की। 11वीं शताब्दी के शुरुआती हिस्सों में गजनवी ने भारत पर कई बार आक्रमण किया। 1192 में तराइन की दूसरी लड़ाई में गोरी ने अजमेर और दिल्ली के महान राजपूत शासक पृथ्वीराज चौहान को हराया। उसके बाद भारत में गुलाम वंश की स्थापना हुई। दिल्ली सल्तनत भारत में पहला प्रमुख केंद्रीकृत मुस्लिम राज्य था। सल्तनत की शक्ति को पूरे उत्तर और पश्चिम में मान्यता प्राप्त थी। सल्तनत ने भारत में इस्लाम के उत्थान और विकास में भी मदद की।