नमिता गोखले

नमिता गोखले भारतीय साहित्य की प्रसिद्ध लेखिका हैं। उनका जन्म वर्ष 1956 में लखनऊ, भारत में हुआ था। नमिता गोखले जन्म से ‘कुमाऊंनी’ हैं।उन्होंने 18 साल की उम्र में राजीव गोखले से शादी की। उन्होंने भारतीय साहित्य के पाठ्यक्रम के खिलाफ पूर्वाग्रह के मुद्दे पर अपनी कॉलेज की पढ़ाई बंद कर दी। उन्होंने कई उपन्यास लिखे हैं और 1970 के दशक के अंत में, उन्होंने मुंबई से ‘Super’ नामक बेहद प्रसिद्ध फिल्म पत्रिका का प्रकाशन किया। नमिता गोखले ने अंग्रेजी में कुल पांच उपन्यास लिखे हैं। उनके साहित्यिक जीवन का पहला उपन्यास ‘Paro: Dreams of Passion’ था, जिसे वर्ष 1984 में प्रकाशित किया गया था। यह उपन्यास दिल्ली और मुंबई के अभिजात वर्ग पर एक नाटक था। इसे आलोचनात्मक प्रशंसा मिली।
इसके बाद ‘Gods Graves and Grandmothe’ की रचना उन्होने कि। जब वह केवल 35 वर्ष की थीं, तब उनके पति को कैंसर का पता चला था। कुछ वर्षों के बाद उसके पति की मृत्यु हो गई जिसने उसे पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया। उनके दुखद अनुभव का वर्णन उनके बाद के उपन्यासों ‘A Himalayan Love Story’, ‘The Book of Shadows’, ‘Shakuntala’ में है। नमिता गोखले की दो अन्य पुस्तकें ‘Mountain Echoes’ और ‘The Book of Shiva’ हैं।
प्रसिद्ध लेखक विलियम डेलरिम्पल के साथ वह ‘जयपुर साहित्य महोत्सव’ की सह-निदेशक हैं। वह शुरू से ही इससे पूरी तरह जुड़ी रही हैं। नमिता गोखले द्वारा लिखी गई कुछ लोकप्रिय पुस्तकें Paro: Dreams of Passion (1984) Gods, Graves and Grandmother (1994) Mountain Echoes: Reminiscence of Kumaoni Women (1994) The Book of Shadows (1999) The Book of Shiva (2000) Love Them, Loathe Them (2004) Present Tense, Living on the Edge (2004) Shakuntala, the Play of Memory (2005) A Himalayan Love Story (1996) The Puffin Mahabharata (2009) हैं।
नमिता गोखले के लेख एकतरफा प्यार, जुनून, ईर्ष्या, अज्ञानता और अन्य सामान्य मनोविज्ञान से संबंधित हैं। उनका काम चौंकाने वाली मौलिकता और प्रस्तुति की अनूठी शैली को दर्शाता है। ये सभी उन्हें भारतीय साहित्यिक क्षेत्र की सबसे अधिक प्रशंसित और प्रिय रचनाओं में से एक बनाते हैं।

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