राज चंद्र बोस
राज चंद्र बोस एक प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ और सांख्यिकीविद् थे। वह अपने डिजाइन सिद्धांत और त्रुटि सुधार कोड के अपने सिद्धांत के लिए प्रसिद्ध है। उनका जन्म 1901 में होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में हुआ था। बोस रोहतक में पले-बढ़े थे। उनके चार भाई-बहन थे। बोस ने 19 साल की बहुत कम उम्र में अपनी मां को खो दिया और अपनी मां की मृत्यु के दो साल बाद ही बोस ने अपने पिता को खो दिया। अपने माता-पिता की मृत्यु के साथ बोस बहुत बुरी स्थिति में थे क्योंकि उनके भाई-बहनों की पूरी जिम्मेदारी उन पर थी और शुरू में उन्होंने छात्रों को ट्यूशन देकर खर्च का प्रबंधन किया।
बचपन से ही गणित ने राज चंद्र बोस को बहुत आकर्षित किया था। उन्होंने वर्ष 1925 में अनुप्रयुक्त गणित में मास्टर डिग्री पूरी की और बाद में उन्होंने अपना शोध कार्य भी पूरा किया। फिर 1927 में उन्होंने गणित में अपनी मास्टर्स डिग्री पूरी की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के तुरंत बाद बोस ने कोलकाता के आशुतोष कॉलेज में लेक्चरर की नौकरी पा ली। वर्ष 1932 में बोस के जीवन की दिशा पूरी तरह से बदल गई जब उन्हें भारतीय सांख्यिकी संस्थान में पीसी महालनोबिस द्वारा अंशकालिक नौकरी की पेशकश की गई। जल्द ही बोस संस्थान के मुख्य गणितज्ञ बन गए। शुरुआत में उन्होंने महालनोबिस और एस.एन. रॉय के सहयोग से बहुभिन्नरूपी विश्लेषण के साथ काम किया। वर्ष 1950 तक बोस का एकमात्र काम डिजाइन पर गणितीय सिद्धांत विकसित करना था। भारतीय सांख्यिकी संस्थान में अपने कार्यकाल के दौरान बोस ने अपना अधिकांश समय घर पर गैलोइस क्षेत्रों का उपयोग करते हुए संयोजक समस्याओं पर काम करने में बिताया। वर्ष 1935 तक बोस संस्थान में पूर्णकालिक हो गए थे। वर्ष 1940 में उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और 1945 में वे सांख्यिकी विभाग के प्रमुख बने जिसके लिए उनसे डॉक्टरेट की डिग्री की मांग की गई। उन्हें वर्ष 1947 में डी. लिट की डिग्री से सम्मानित किया गया था। अंत में 1949 में राज चंद्र बोस चैपल हिल्स में उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय में सांख्यिकी के प्रोफेसर के रूप में शामिल हुए। चैपल हिल्स में अपने प्रवास के दौरान उन्होंने अपना शोध कार्य जारी रखा और अंत में कोडिंग सिद्धांत पर महत्वपूर्ण खोज की। बोस अंततः 70 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हुए। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने फोर्ट कॉलिन्स में कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी में एक सीट स्वीकार कर ली। बोस ने अपने जीवनकाल में बहुत पहचान अर्जित की थी और उन्हें कई सम्मानों से सम्मानित किया गया था। राज चंद्र बोस का 86 वर्ष की आयु में कोलोराडो में वर्ष 1987 में निधन हो गया था।