बैंगनी क्रांति (Purple Revolution) क्या है?

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार, केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में ‘बैंगनी क्रांति’ शुरू करने की योजना बना रही है।

मुख्य बिंदु 

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के माध्यम से CSIR-IIIM के अरोमा मिशन (Aroma Mission) के तहत लैवेंडर (lavender) की खेती को बढ़ावा देकर बैंगनी क्रांति की योजना बनाई जाएगी।
  • इसकी योजना डोडा और रियासी जिलों की तर्ज पर बनाई जाएगी।
  • जिले के युवाओं की आय के स्रोत बढ़ाने के लिए रामबन में लैवेंडर की खेती शुरू की जा सकती है।
  • डोडा और रियासी में, 500 से अधिक युवाओं ने बैंगनी क्रांति का लाभ उठाया और अपनी आय में वृद्धि की।

बैंगनी क्रांति (अरोमा मिशन के तहत)

इस मिशन के तहत जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में पहली बार किसानों को मुफ्त में लैवेंडर के पौधे दिए गए। जिन लोगों ने पहले लैवेंडर की खेती की थी, उनसे 5-6 प्रति पौधा के दर से शुल्क लिया गया। यह क्रांति आयातित सुगंधित तेलों से घरेलू किस्मों की ओर बढ़ते हुए घरेलू सुगंधित फसल पर आधारित कृषि अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए शुरू की गई थी।

शामिल एजेंसियां

इस पहल को सफल बनाने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार दो निकाय हैं, भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान, जम्मू (IIIM जम्मू) और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)।

अरोमा मिशन (Aroma Mission)

CSIR ने सुगंध उद्योग और ग्रामीण रोजगार के विकास के लिए कृषि, प्रसंस्करण और उत्पाद विकास के क्षेत्रों में वांछित हस्तक्षेप के माध्यम से सुगंध क्षेत्र में परिवर्तन लाने के उद्देश्य से अरोमा मिशन शुरू किया है। यह मिशन आवश्यक तेलों (essential oils) के लिए सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देता है जिनकी सुगंध उद्योग में बहुत मांग है। यह भारतीय किसानों और सुगंध उद्योग को आवश्यक तेलों के उत्पादन और निर्यात में वैश्विक नेता बनने में मदद करेगा। इसका उद्देश्य किसानों को अधिक लाभ प्राप्त करने, उनकी फसलों की रक्षा करने और बंजर भूमि का उपयोग करने में लाभ प्रदान करना है।

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