‘हेलिना’ (HELINA) एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का परीक्षण किया गया

हेलिना, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM), जो नाग मिसाइल का हेलीकॉप्टर-लॉन्चड संस्करण है, का 12 अप्रैल, 2022 को फिर से परीक्षण किया गया था। यह परीक्षण देश के उत्तरी उच्च ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में 11 तारीख को सफलतापूर्वक परीक्षण के बाद पोखरण में किया गया था।

मुख्य बिंदु 

  • यह परीक्षण इस मिसाइल की तीसरी पीढ़ी की ‘फायर-एंड-फॉरगेट’ श्रेणी की मिसाइल के चल रहे उपयोगकर्ता सत्यापन परीक्षणों (user validation trials) के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था।
  • इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।
  • इस परीक्षण के दौरान, मिसाइल द्वारा एक नकली टैंक लक्ष्य को सटीक रूप से नष्ट किया गया।
  • इस मिसाइल को वायु सेना और सेना दोनों में हेलिकॉप्टरों के साथ एकीकृत करने के लिए विकसित किया गया है।
  • ध्रुवस्त्र वह नाम है जो कभी-कभी इस मिसाइल के वायु सेना संस्करण को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

मिसाइल की विशेषताएं

इस मिसाइल प्रणाली को दिन और रात हर मौसम में दागा जा सकता है और यह पारंपरिक और विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ टैंकों को नष्ट कर सकती है। मिसाइल टॉप अटैक मोड और डायरेक्ट हिट मोड दोनों में लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।

मिसाइल की रेंज

इस मिसाइल की अधिकतम सीमा सात किलोमीटर है और इसे ALH (Advance Light Helicopter) के हथियारयुक्त संस्करण में एकीकृत करने के लिए विकसित और डिजाइन किया गया है।

अन्य टैंक रोधी मिसाइलें

अन्य एंटी टैंक मिसाइलों को DRDO द्वारा विकसित किया गया है जिसमें हेलिना MPATGM, नाग, MBT अर्जुन के लिए लेजर गाइडेड ATGM और SANT (स्मार्ट स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल) शामिल हैं।

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