स्वनिधि से समृद्धि कार्यक्रम (SVANidhi se Samriddhi Program) क्या है?

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा भारत के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त 126 शहरों में ‘स्वनिधि से समृद्धि’ कार्यक्रम शुरू किया गया है। 2020-21 में COVID-19 महामारी से संबंधित चुनौतियों के बावजूद, यह कार्यक्रम देश भर में लाखों रेहड़ी-पटरी वालों और उनके परिवारों को सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने में सफल रहा और इस प्रकार उन्हें आजीविका के जोखिमों से बचाया।

मुख्य बिंदु 

  • 4 जनवरी 2021 को, ‘स्वनिधि से समृद्धि’ के चरण 1, पीएम स्वनिधि (PM SVANidhi ) के तहत एक अतिरिक्त कार्यक्रम पूरे भारत के 125 शहरों में शुरू किया गया था।
  • पहले चरण में 35 लाख रेहड़ी-पटरी वालों और उनके परिवारों को कवर किया गया।
  • उन्हें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना का लाभ भी दिया जाएगा।
  • प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ भी उन्हें मिलेगा।

कार्यक्रम का चरण 2

चरण 1 की सफलता के बाद, MoHUA ने इस कार्यक्रम को अतिरिक्त 126 शहरों में विस्तारित किया है और देश भर में अतिरिक्त 28 लाख स्ट्रीट वेंडरों और उनके परिवारों को कवर करने का लक्ष्य तय किया है। साथ ही, मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2022-23 में 20 लाख योजना स्वीकृतियां प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।

पीएम स्वनिधि (PM SVANidhi)

जून 2020 में MoHUA द्वारा प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi – Prime Minister Street Vendors AtmaNirbhar Nidhi) कार्यक्रम शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, देश के रेहड़ी-पटरी वालों को एक किफायती कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान किया जाता है। यह योजना न केवल देश के रेहड़ी-पटरी वालों (street vendors) को ऋण प्रदान करती है, बल्कि उनका आर्थिक उत्थान और समग्र विकास भी करती है। रेहड़ी-पटरी वालों की आजीविका COVID-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई, इस योजना के द्वारा उनकी आजीविका को फिर से शुरू करने की सुविधा के लिए कार्यशील पूंजी ऋण के रूप में 10 हजार रुपये दिए जाते हैं।

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