परमाणु ऊर्जा और नवाचार में यूके-भारत मिलकर काम करेंगे

यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की भारत यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने ग्लोबल इनोवेशन पार्टनरशिप और न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप पर सरकार से सरकार के बीच दो समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं।

मुख्य बिंदु

  •  Cooperation on Global Centre for Nuclear Energy Partnership (GCNEP) पर सहयोग पर भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग और यूके के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति विभाग के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
  • दोनों देशों ने असैन्य परमाणु सहयोग पर साझेदारी को मजबूत करने की अपनी इच्छा की फिर से पुष्टि की है।
  • भारत के विदेश मंत्रालय और यूनाइटेड किंगडम के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के बीच ग्लोबल इनोवेशन पार्टनरशिप के कार्यान्वयन पर एक अन्य समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।

GCNEP का उद्देश्य

रेडियोधर्मी अनुप्रयोगों, परमाणु ऊर्जा अध्ययन और परमाणु सुरक्षा पर संयुक्त रूप से प्रशिक्षण और अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस सहयोग पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

ग्लोबल इनोवेशन पार्टनरशिप (Global Innovation Partnership)

यह एक सहयोग और विकास पहल है जिसे भारत और यूके द्वारा तीसरी दुनिया के देशों (third-world countries) में नवाचारों को स्थानांतरित करने और बढ़ाने के उद्देश्य से 100 मिलियन डालर तक सह-वित्तपोषित किया जाएगा जो जलवायु से संबंधित और सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही, इस साझेदारी के माध्यम से भारतीय नवाचारों को विश्व स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री जॉनसन की यात्रा

21 अप्रैल, 2022 को यूके के प्रधानमंत्री, बोरिस जॉनसन दो दिवसीय यात्रा के लिए भारत पहुंचे, उन्होंने पहले गुजरात का दौरा किया, इसके बाद पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए नई दिल्ली का दौरा किया।

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