बायोटेक शोधकर्ताओं और स्टार्ट-अप के लिए राष्ट्रीय पोर्टल ‘BioRRAP’ लांच किया गया

हाल ही में बायोटेक शोधकर्ताओं और स्टार्ट-अप के लिए राष्ट्रीय पोर्टल ‘BioRRAP’ लांच किया गया। Biological Research Regulatory Approval Portal (BioRRAP) नामक यह पोर्टल भारत में जैविक विकास और अनुसंधान के लिए नियामक अनुमोदन चाहने वाले सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा। यह जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT), विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा एक पोर्टल है।

यह पोर्टल कैसे मदद करेगा?

  • यह पोर्टल अंतर-विभागीय तालमेल को मजबूत करने में मदद करेगा और विभिन्न एजेंसियों के कामकाज में पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावकारिता भी लाएगा जो जैविक अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं को विनियमित कर रहीं हैं।
  • यह पोर्टल सरकार के “ease of start-ups” और “ease of doing science and scientific research” के अनुरूप है।
  • यह पोर्टल हितधारकों को एक विशिष्ट BioRRAP आईडी के माध्यम से किसी विशेष एप्लिकेशन के लिए दी गई मंजूरी को देखने में भी मदद करेगा।
  • इस पोर्टल के माध्यम से, शोधकर्ता नियामक मंजूरी प्राप्त करने के उद्देश्य से अपने संबंधित आवेदनों के अनुमोदन के चरणों की जांच कर सकेंगे।
  • यह पोर्टल, इस पोर्टल पर जमा किए गए सभी शोध आवेदनों के लिए BioRRAP आईडी तैयार करेगा।
  • यह पोर्टल केवल अनुसंधान संबंधी गतिविधियों के लिए है और उत्पाद विकास के उद्देश्य से इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।

वर्तमान में कितने बायोटेक स्टार्ट-अप और कंपनियां काम कर रही हैं?

देश में 2,700 से अधिक बायोटेक स्टार्ट-अप और 2,500 से अधिक बायोटेक कंपनियां वर्तमान में काम कर रही हैं। जैव प्रौद्योगिकी तेजी से देश के युवाओं के लिए आजीविका और शैक्षणिक क्षेत्र के रूप में उभरा है। साथ ही, वर्ष 2025 तक, राष्ट्र एक वैश्विक जैव-विनिर्माण केंद्र बन जाएगा और इस क्षेत्र में दुनिया भर के शीर्ष पांच देशों में भी शामिल होगा। वर्ष 2025 तक, भारतीय जैव प्रौद्योगिकी उद्योग के 150 बिलियन डालर को पार करने की उम्मीद है।

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