केंद्र सरकार सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक पेश किये
18 जुलाई, 2022 को केंद्र सरकार ने उनकी गुणवत्ता और क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से “सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक” (National Standards for Civil Service Training Institutions) का अनावरण किया।
मुख्य बिंदु
- NSCSTI को क्षमता निर्माण आयोग के मुख्यालय में लॉन्च किया गया।
- इसके साथ, भारत सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय स्तर के मानक बनाने के लिए एक अनूठा मॉडल लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।
- लॉन्च इवेंट के दौरान राष्ट्रीय मानकों के लिए एक वेब पोर्टल और एप्रोच पेपर का भी अनावरण किया गया।
क्षमता निर्माण आयोग
क्षमता निर्माण आयोग सिविल सेवकों के लिए मिशन कर्मयोगी के एक भाग के रूप में बनाया गया था। इस आयोग में संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ और वैश्विक पेशेवर शामिल हैं। यह वार्षिक क्षमता निर्माण योजनाओं को तैयार करने और निगरानी करने के साथ-साथ सरकार में मौजूद मानव संसाधनों का ऑडिट करने में मदद करेगा।
मिशन कर्मयोगी (Mission Karmayogi)
मिशन कर्मयोगी एक “सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPCSCB)” है। इसे सही कौशल, ज्ञान और दृष्टिकोण के साथ भविष्य के लिए तैयार सिविल सेवा के निर्माण के लिए शुरू किया गया था। यह योजना भारत में सिविल सेवकों को अधिक रचनात्मक, रचनात्मक, कल्पनाशील, नवीन, प्रगतिशील और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाकर भविष्य के लिए तैयार करने का प्रयास करती है।
मिशन कर्मयोगी क्यों शुरू किया गया था?
भारतीय नौकरशाही कई चुनौतियों का सामना कर रही है जैसे राजनीतिक हस्तक्षेप, नियम अभिविन्यास, प्रचार अक्षमता और सामान्यवादी और विशेषज्ञ संघर्ष। इस प्रकार, सिविल सेवाओं की यथास्थिति में परिवर्तन करने के लिए यह मिशन शुरू किया गया था।
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