भारतीय नौसेना के महिला दल ने पहला समुद्री निगरानी मिशन (Maritime Surveillance Mission) पूरा किया
भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों ने हाल ही में उत्तरी अरब सागर में अपनी पहली महिला स्वतंत्र “समुद्री टोही और निगरानी मिशन” (maritime reconnaissance and surveillance mission) को पूरा करने के बाद इतिहास रच दिया। यह मिशन डोर्नियर 228 विमान में पूरा हुआ।
मुख्य बिंदु
- भारतीय नौसेना एयर स्क्वाड्रन (INAS) 314 के पांच अधिकारियों द्वारा समुद्री निगरानी मिशन को अंजाम दिया गया।
- INAS गुजरात के पोरबंदर में नेवल एयर एन्क्लेव में स्थित है।
- डोर्नियर विमान की कप्तानी मिशन कमांडर लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने की।
- उनके साथ पायलट लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट अपूर्व गीते भी थीं।
- अन्य अधिकारियों में शामिल हैं- सामरिक और सेंसर अधिकारी लेफ्टिनेंट पूजा पांडा और लेफ्टिनेंट पूजा शेखावत।
इस मिशन को सफल बनाने के लिए महिला अधिकारियों को जमीनी प्रशिक्षण दिया गया था। यह अपनी तरह का पहला सैन्य उड़ान मिशन था।इस मिशन से एविएशन कैडर के लिए रास्ते खुलने की संभावना है।
डोर्नियर 228 विमान
डोर्नियर 228 विमान एक बहुउद्देश्यीय हल्का परिवहन विमान है। इसकी जड़ें जर्मन डिजाइन में हैं। हालाँकि, नई पीढ़ी के विमान को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा स्वदेशी रूप से बनाया गया है। HAL ने 1983 में उत्पादन लाइसेंस प्राप्त किया और कानपुर में 125 विमानों का निर्माण किया। भारतीय नौसेना ने 1998 में एक जर्मन निर्माता से इस विमान का अधिग्रहण किया था। इसकी अधिकतम रेंज 1,320 नॉटिकल मील और सर्विस सीलिंग 28,000 फीट है।
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