भारतीय विज्ञान कांग्रेस (Indian Science Congress) : मुख्य बिंदु

108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में भारत द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत अब ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 40वें स्थान पर है, जो 2015 में 81वें स्थान पर था, और स्टार्टअप और पीएचडी शोध कार्यों के मामले में शीर्ष तीन देशों में शामिल है। इस वर्ष की विज्ञान कांग्रेस की थीम “Science Technology for Sustainable Development with Women Empowerment” है और पीएम मोदी ने वैज्ञानिक अनुसंधान में महिलाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने में विज्ञान की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि विज्ञान के प्रयास तभी फल दे सकते हैं जब उन्हें वास्तविक दुनिया में लागू किया जाता है।

भारत में डेटा विश्लेषण और प्रौद्योगिकी

21वीं सदी में, पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास डेटा और तकनीक की प्रचुरता है, जिसका उपयोग देश के विज्ञान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए किया जा सकता है। 

G20 अध्यक्षता और महिला अधिकारिता

भारत ने हाल ही में G-20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभाली है और पीएम मोदी ने कहा कि G-20 के प्रमुख विषयों में महिला सशक्तिकरण एक प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि विज्ञान में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी समाज और विज्ञान की प्रगति का प्रतिबिंब है और इसका लक्ष्य महिलाओं की भागीदारी के माध्यम से विज्ञान को सशक्त बनाना है।

भारत के विकास में विज्ञान का महत्व

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत में विज्ञान का विकास देश की जरूरतों से प्रेरित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में देश कितनी ऊंचाइयों पर पहुंचेगा, यह निर्धारित करने में भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। 

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