अदानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) : मुख्य बिंदु
हिंडनबर्ग एक शोध कंपनी है जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वित्तीय शोध करती है। हिंडनबर्ग ने हाल ही में दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी और उनकी बिजनेस फर्म अदानी ग्रुप (Adani Group) पर अपनी रिसर्च रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अदानी समूह फ्रॉड स्कीम्स और स्टॉक मैनिपुलेशन में शामिल था।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- कंपनी ने अदानी और उनके परिवार के सदस्यों पर दो साल की कड़ी जांच की।
- रिपोर्ट के अनुसार, अदानी समूह ने शेयरों में 218 बिलियन अमरीकी डालर का हेरफेर किया।
- गौतम अदानी की नेटवर्थ 120 अरब डॉलर है। उन्होंने पिछले तीन वर्षों में अकेले 100 बिलियन अमरीकी डालर जमा किए! संचित धन का अधिकांश भाग शेयर मूल्य में वृद्धि से आया है।
- अदानी की सात कंपनियों की कीमतों में पिछले तीन वर्षों के दौरान 819% की वृद्धि हुई है।
- जिन सात कंपनियों ने शेयरों में बढ़ोतरी की है, वे असल में कर्ज और तरलता के दबाव में हैं।
अदानी परिवार के सदस्य
- गौतम अदानी के छोटे भाई राजेश अदानी को दो बार गिरफ्तार किया गया था। उसने विदेशों में शेल कंपनियां बनाईं और राजस्व खुफिया निदेशालय ने उन पर 2004-05 में शेल कंपनियों का उपयोग करके धोखाधड़ी से हीरे आयात और निर्यात करने का आरोप लगाया था।
- संयुक्त अरब अमीरात, मालदीव, कैरेबियन द्वीप समूह में अदानी की शेल कंपनियों ने उन्हें 17 बिलियन अमरीकी डालर का लाभ कमाया है। उन्होंने नकली टर्नओवर के लिए इन देशों में टैक्स-हेवन क्षेत्राधिकार का इस्तेमाल किया।
- गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी के बारे में कहा जाता है कि वे सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात में संस्थाओं के मालिक हैं और उनका संचालन करते हैं। लेकिन हिंडनबर्ग रिसर्च की जांच का कहना है कि इन संस्थाओं में कोई संचालन नहीं है।
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