नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (National Digital Library) : मुख्य बिंदु
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अनुसार भारत में साक्षरता दर 73% है। हालांकि, वित्तीय साक्षरता दर बहुत कम है, लगभग 24%। दुनिया की अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत की वित्तीय साक्षरता दर बहुत कम है। पढ़ने की आदत डालने और देश की वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए भारत सरकार नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (National Digital Library) शुरू करने जा रही है। इस लाइब्रेरी के बारे में घोषणा वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अपने बजट प्रस्तुति के दौरान की थी।
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी
- यह पुस्तकालय मुख्य रूप से किशोरों और बच्चों पर केंद्रित होगा।
- वित्तीय संगठन पुस्तकालय के लिए आयु-उपयुक्त वित्तीय सामग्री का योगदान देंगे।
- राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करना है।
- इस पहल के तहत, राज्य सरकारों को वार्ड स्तर और पंचायतों में भौतिक पुस्तकालय बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही, वे राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय के संसाधनों तक पहुँचने के लिए बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करेंगे।
- सामग्री का योगदान क्षेत्रीय भाषा में भी दिया जाएगा।
राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय क्यों शुरू किया गया है?
कोविड महामारी के दौरान, भारत को अत्यधिक सीखने के नुकसान का सामना करना पड़ा था।
महत्व
शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय बजट 2023-24 मुख्य रूप से भारत को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने पर केंद्रित है। यह देश में वंचित क्षेत्रों को मजबूत करके किया जाएगा।
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