कर्नाटक में भारत की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण इकाई
पीएम मोदी ने 2016 में कर्नाटक के तुमकुरु में सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण इकाई का शिलान्यास किया था। यह इकाई अब अपना संचालन शुरू करने जा रही है। यह इकाई एक हजार से अधिक हेलीकॉप्टरों का उत्पादन करेगी और भारत को हेलीकॉप्टरों के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगी। हाल ही में भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना को 15 LCH (लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर) प्रदान किए गए। लेकिन अभी आवश्यकता 160 हेलीकॉप्टरों की है।
नई निर्माण इकाई
- इस यूनिट का संचालन HAL द्वारा किया जाएगा। यह 615 एकड़ में फैला हुआ है। कर्नाटक के तुमकुरु में बनी यूनिट 20 साल में एक हजार हेलीकॉप्टर बनाएगी। इस हेलीकॉप्टर का वजन करीब तीन से पंद्रह टन होगा।
- यह सुविधा क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार को बढ़ावा देगी। साथ ही, यह क्षेत्र में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्वों में योगदान देगी।
- मुख्य उद्देश्य इस सुविधा को भारत की सभी हेलीकॉप्टर आवश्यकताओं के लिए एक-स्टॉप समाधान बनाना है।
भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना मिलकर 187 हल्के हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर देंगी। भारतीय सेना के चीता और चेतक हेलीकॉप्टर पुराने होते जा रहे हैं। इन हेलीकॉप्टरों को लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना है।
प्रारंभ में, यह सुविधा LCH और LUH का उत्पादन करेगी। बाद के चरणों में, यह भारतीय मल्टीरोल हेलीकाप्टरों का उत्पादन करेगा। हर साल, प्रारंभिक चरणों में इकाई 30 हेलीकाप्टरों का निर्माण करेगी। बाद में, संख्या बढ़ाकर 60 प्रति वर्ष और फिर 90 प्रति वर्ष कर दी जाएगी।
सुविधा की आवश्यकता
बेंगलुरु में मौजूदा HAL कॉम्प्लेक्स काम कर रहा है। भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, वायु सेना और अर्धसैनिक बलों में हेलीकाप्टरों की बहुत आवश्यकता है। इसी वजह से यह नई सुविधा शुरू की गई है।
Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स