खनन प्रहरी एप्लीकेशन (Khanan Prahari Application) लांच किया गया
भारत में अवैध खनन बढ़ रहा है। जबकि गौण खनिजों का अवैध खनन आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों में आम है। असम और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में कोयले जैसे प्रमुख खनिजों का अवैध खनन आम है। देश में अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए, भारत सरकार ने हाल ही में एक मोबाइल एप्लिकेशन और एक निगरानी प्रणाली शुरू की है। लॉन्च किए गए मोबाइल ऐप को खनन प्रहरी एप्लीकेशन कहा जाता है। सर्विलांस सिस्टम का नाम CMSMS है, यानी Coal Mine Surveillance and Management System।
मुख्य बिंदु
- इस ऐप के जरिए कोई भी अवैध खनन की गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकता है।
- इन्हें शुरू करने का मुख्य उद्देश्य अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई में नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
महत्व और आगे का रास्ता
प्रमुख खनिजों की तुलना में गौण खनिजों का अवैध खनन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रेत और बजरी जैसे गौण खनिजों की मांग बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अनुसार, अवैध रेत खनन में भारत शीर्ष स्थान पर है। अवैध खनन बढ़ने का बड़ा कारण डर और हिचकिचाहट है। अवैध खनन की गतिविधियों को देख आमजन इसकी सूचना देने से डर रहे हैं। आईटी प्रौद्योगिकियां और मोबाइल एप्लीकेशन जैसे कि खनन प्रहरी ऐप पहचान को गुमनाम रखने में मदद करेगा।
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