ATAGS क्या है?
भारतीय सेना ने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में महत्वपूर्ण क्षमता अंतराल को भरने के लिए एक स्वदेशी Advanced Towed Artillery Gun System (ATAGS) के अधिग्रहण का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद 310 तोप तोपों के लिए ऑर्डर दिए जा सकते हैं।
Advanced Towed Artillery Gun System का विकास किसने किया?
ATAGS को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा सेवा में वर्तमान 155 मिमी आर्टिलरी सिस्टम, बोफोर्स टोड गन को रीप्लेस के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस होवित्जर (यानी तोपखाने का हथियार जो अपेक्षाकृत कम दूरी से गोले दागता है) का सेना द्वारा विभिन्न इलाकों में व्यापक परीक्षण किया गया है और इसे शामिल करने के लिए फिट घोषित किया गया है। यह भारत फोर्ज और टाटा डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा निर्मित है। इसके अधिग्रहण से भारतीय सेना की क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।
एडवांस्ड टोएड आर्टिलरी गन सिस्टम क्या है?
ATAGS एक टोड होवित्जर है। इसका वजन 18 टन है। यह 60 सेकंड में पांच राउंड फायर कर सकती है। ATAGS की फायरिंग रेंज 48.074 किमी है। ATAGS को पहली बार 2017 के गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदर्शित किया गया था।
अवलोकन
यह हथियार भारी और बड़े आकार के हैं। और ATAGS हथियार सीमाओं में रक्षा शिविरों के लिए जरूरी हैं। इसी वजह से भारत सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सड़कों का निर्माण कर रही है। पिछले पांच वर्षों में सीमा क्षेत्र में पुलों और सड़कों में 75% की वृद्धि हुई है। ये सड़कें ATAGS जैसे भारी हथियारों के परिवहन के लिए आवश्यक हैं।
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