CBuD App लॉन्च की गई
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग की एक पहल ‘Call Before u Dig’ (CBuD) ऐप लॉन्च किया। ऐप का लक्ष्य ऑप्टिकल फाइबर केबल जैसी अंतर्निहित संपत्तियों को नुकसान के कारण हर साल लगभग 3,000 करोड़ रुपये (400 मिलियन डॉलर) के नुकसान को रोकना है।
ऐप की जरूरत क्यों है?
अनियंत्रित खुदाई और उत्खनन से भूमिगत उपयोगिताओं को गंभीर नुकसान हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप संभावित व्यावसायिक नुकसान और नागरिकों को परेशानी हो सकती है। इससे आवश्यक सेवाओं में व्यवधान भी हो सकता है, जिससे जनता को असुविधा हो सकती है। ऐप का उद्देश्य खुदाई एजेंसियों और भूमिगत उपयोगिता मालिकों के बीच समन्वय की सुविधा प्रदान करना है, इस प्रकार इस तरह के नुकसान को कम करना है।
इसके अलावा, अनियोजित खुदाई से दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं जो श्रमिकों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। CBuD App का उद्देश्य यह सुनिश्चित करके ऐसे जोखिमों को कम करना है कि उत्खनन कार्य योजनाबद्ध और समन्वित तरीके से किया जाता है।
ऐप कैसे काम करता है?
CBuD एप्प उत्खननकर्ताओं और संपत्ति के मालिकों को एसएमएस/ईमेल नोटिफिकेशन और क्लिक-टू-कॉल के माध्यम से जोड़ता है। उत्खनन करने वाली कंपनियाँ उत्खनन कार्य शुरू करने से पहले मौजूदा उपसतह उपयोगिताओं के बारे में पूछताछ कर सकती हैं, और उपयोगिता मालिक किसी स्थान पर आसन्न कार्य के बारे में भी पता लगा सकते हैं। ऐप भूमिगत उपयोगिताओं के स्थान और गहराई के बारे में वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करेगा, जिससे उत्खननकर्ताओं को बिना नुकसान पहुंचाए अपना काम करने में मदद मिलेगी।
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