सागर परिक्रमा यात्रा (Sagar Parikrama Yatra) क्या है?
सागर परिक्रमा यात्रा चरण-V, भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसे हाल ही में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा लॉन्च किया गया था। इस चरण का उद्देश्य मछुआरों और अन्य हितधारकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है, विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान को बढ़ावा देना है।
रायगढ़ जिले के करंजा में यात्रा का शुभारंभ
सागर परिक्रमा यात्रा चरण-V का उद्घाटन महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित एक तटीय शहर करंजा में हुआ। इस कार्यक्रम में इस प्रयास के महत्व पर जोर देते हुए लगभग 6,000 मछुआरों, मछली किसानों और विशिष्ट अतिथियों की भागीदारी देखी गई।
तटीय क्षेत्रों की खोज
सागर परिक्रमा यात्रा चरण-V में एक व्यापक मार्ग शामिल है, जिसमें कई तटीय क्षेत्र शामिल हैं। इस यात्रा में गेटवे ऑफ इंडिया, रायगढ़ जिले में करंजा, रत्नागिरी जिले में मीरकरवाड़ा, सिंधुदुर्ग जिले में देवगढ़, दक्षिण गोवा में मालवन, वास्को, मोरमुगांव और कैनाकोना जैसे प्रतिष्ठित स्थानों का दौरा शामिल है। इस व्यापक अन्वेषण का उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना और व्यापार, कृषि और शिक्षा में इन क्षेत्रों के महत्व को उजागर करना है।
चुनौतियों का समाधान और आर्थिक उत्थान को बढ़ावा देना
सागर परिक्रमा यात्रा के मूल में तटीय क्षेत्र में मछुआरा समुदाय और अन्य हितधारकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने का संकल्प है। इस सरकार का उद्देश्य प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान को सुविधाजनक बनाना है।
यात्रा की प्रगति और प्रभाव
चरण-5 के शुभारंभ के साथ ही सागर परिक्रमा कार्यक्रम अब चार चरणों में पूरा हो गया है। इस अभूतपूर्व पहल ने गुजरात, दमन और दीव, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 19 स्थानों को सफलतापूर्वक कवर किया है। विविध राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल करके, इस कार्यक्रम ने तटीय समुदायों पर इसके महत्वपूर्ण प्रभाव को उजागर करते हुए, सभी हितधारकों से समर्थन प्राप्त किया है।
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