भारत-यूरोपीय संघ वैश्विक गेटवे सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा
विदेश मंत्रालय, भारत में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधिमंडल और एशियाई संगम भारत-यूरोपीय संघ संपर्क सम्मेलन (India-EU Connectivity Conference) आयोजित करने के लिए एक साथ आए हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों और इसके पड़ोसी देशों में कनेक्टिविटी निवेश को बढ़ावा देने के अवसरों का पता लगाना है।
कनेक्टिविटी और निवेश क्षमता की खोज
मेघालय में होने वाला भारत-यूरोपीय संघ संपर्क सम्मेलन, संपर्क बढ़ाने और बुनियादी ढांचे के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी का परिणाम है जिसे मई 2021 में भारत-यूरोपीय संघ के नेताओं की बैठक के दौरान शुरू किया गया था।
डिजिटल, ऊर्जा और परिवहन पर फोकस
यह सम्मेलन तीन स्तंभों के इर्द-गिर्द घूमेगा: डिजिटल, ऊर्जा और परिवहन। इन क्षेत्रों में अवसरों की खोज करके, सम्मेलन का उद्देश्य संयुक्त कार्यान्वयन के लिए ठोस परियोजनाओं की पहचान करना है। यह इंडो-पैसिफिक में सहयोग के लिए यूरोपीय संघ की रणनीति में उल्लिखित प्राथमिकताओं के अनुरूप है, जो स्थायी और समावेशी समृद्धि, हरित संक्रमण, महासागर शासन, डिजिटल प्रशासन और साझेदारी, कनेक्टिविटी, सुरक्षा और रक्षा पर जोर देती है।
नेतृत्व और सहयोग
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड कोंगकल संगमा और विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह भारत-यूरोपीय संघ संपर्क सम्मेलन का नेतृत्व करेंगे। भारत सरकार, यूरोपीय संघ आयोग, और नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी क्षेत्रीय सहयोग और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
ग्लोबल गेटवे का महत्व
ग्लोबल गेटवे, €300 बिलियन की अंतर्राष्ट्रीय निवेश परियोजना, सम्मेलन में एक केंद्रीय भूमिका निभाती है। Neighbourhood, Development and International Cooperation Instrument (NDICI)-Global Europe, InvestEU और European Fund for Sustainable Development जैसे विभिन्न उपकरणों के माध्यम से यूरोपीय संघ की पर्याप्त वित्तीय प्रतिबद्धता वैश्विक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को फिर से आकार देने के उनके दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करती है।
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