‘स्वावलंबन 2023’ सेमिनार का आयोजन किया गया

भारतीय नौसेना 4-5 अक्टूबर, 2023 को नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण सेमिनार के दूसरे संस्करण, ‘स्वावलंबन 2023’ की मेजबानी करेगी। यह सेमिनार जुलाई 2022 में आयोजित उद्घाटन संस्करण के बाद है, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने ‘स्प्रिंट’ लॉन्च किया था।

‘स्वावलंबन 2023’ सेमिनार का उद्देश्य

‘स्वावलंबन 2023’ सेमिनार का उद्देश्य भारतीय नौसेना में उपयोग के लिए स्टार्टअप और एमएसएमई द्वारा विकसित स्वदेशी नवाचारों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करना और बढ़ावा देना है।

स्प्रिंट (SPRINT)

‘स्प्रिंट’ का मतलब Supporting Pole-Vaulting in R&D through Innovations for Defence Excellence है और यह रक्षा नवाचार संगठन (DIO), नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO), और प्रौद्योगिकी विकास त्वरण सेल (TDAC) से जुड़ा एक सहयोगात्मक प्रयास है।

इस पहल को 1106 प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें DISC 7 स्प्रिंट श्रेणी के तहत 113 विजेता और DISC 7 स्प्रिंट-प्राइम श्रेणी में 5 विजेता शामिल थे।

ये विजेता विभिन्न विशिष्ट प्रौद्योगिकियों में प्रोटोटाइप विकसित कर रहे हैं, जिनमें पानी के नीचे लेजर, अग्निशमन सहायता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता अनुप्रयोग और समुद्री ड्रोन शामिल हैं।

इन 75 प्रोटोटाइपों को नई दिल्ली में ‘स्वावलंबन-2023’ सेमिनार के दौरान चुनिंदा प्रौद्योगिकियों के लाइव प्रदर्शन के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।

‘स्प्रिंट चुनौतियों’ का महत्व

‘स्प्रिंट चुनौतियों’ का उद्देश्य भारतीय नौसेना के भीतर स्वदेशी प्रौद्योगिकी को अपनाने को बढ़ावा देना है। वे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पहल के हिस्से के रूप में कम से कम 75 स्वदेशी प्रौद्योगिकियों/उत्पादों को विकसित करने की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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