भारत ने प्रलय सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया
7 नवंबर को भारत ने ओडिशा के तट पर प्रलय सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ क्योंकि मिसाइल ने अपनी परिचालन क्षमताओं को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करते हुए लगभग 500 किलोमीटर की अपनी पूरी रेंज को कवर किया। रक्षा अधिकारियों ने बताया है कि परीक्षण बेहद सफल रहा और सभी पूर्व निर्धारित मापदंडों पर खरा उतरा।
प्रलय मिसाइल: मुख्य विवरण
प्रलय मिसाइल, जिसका संक्षिप्त रूप “प्रलय: एपोकैलिप्स” है, एक कनस्तरीकृत सामरिक, सतह से सतह पर मार करने वाली, कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) है जिसे युद्धक्षेत्र में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।
इस मिसाइल में भारत के बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम, विशेष रूप से एक्सोएटमॉस्फेरिक इंटरसेप्टर मिसाइल पृथ्वी डिफेंस व्हीकल (पीडीवी), और प्रहार सामरिक मिसाइल से प्राप्त प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है।
प्रलय को विकसित करने की परियोजना को ₹332.88 करोड़ के बजट के साथ मार्च 2015 में मंजूरी दी गई थी।
यह एक बहुमुखी बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे पारंपरिक भूमिकाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसे बड़ी संख्या में रक्षा बलों में शामिल करने की योजना है।
इस मिसाइल से भारत की सैन्य क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
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