19 दिसम्बर : गोवा मुक्ति दिवस (Goa Liberation Day)
19 दिसम्बर को गोवा मुक्ति दिवस (Goa Liberation Day) के रूप में मनाया जाता है। गोवा को पुर्तगाली शासन से 19 दिसम्बर, 1961 को मुक्त किया गया था।
पृष्ठभूमि
पुर्तगाली भारत में 1510 में आये, उन्होंने पश्चिमी तट के कई क्षेत्रों में अपना आधिपत्य स्थापित किया। 19वीं शताब्दी के अंत तक पुर्तगालियों ने गोवा, दमन, दिउ, दादरा, नगर हवेली और अन्जेदिवा द्वीप पर कब्ज़ा कर लिया था। भारत की स्वतंत्रता के बाद तत्कालीन सरकार ने गोवा को भारत में शामिल करने के लिए पुर्तगालियों से बातचीत का मार्ग चुना। परन्तु यह माध्यम सफल नहीं हो सका। अंत में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं को बलपूर्वक गोवा को भारत में शामिल करने के आदेश दिया। 18-19 दिसम्बर, 1961 को भारतीय सेना ने सैन्य ऑपरेशन चलाया और गोवा को सफलतापूर्वक भारत में शामिल करवाया।
गोवा की मुक्ति के बाद 1963 में भारत की संसद ने गोवा को भारत में आधिकारिक रूप से शामिल करने के लिए 12वां संवैधानिक संशोधन पारित किया। इसके द्वारा गोवा, दमन व दिउ तथा दादरा व नगर हवेली को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया। 1987 में गोवा को दमन व दिउ से अलग करके एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था।
इतिहास में गोवा की भूमिका
गोवा ने भिक्षुओं और मिशनरियों को आकर्षित किया जिन्होंने गोवा की संस्कृति में बहुत छाप छोड़ी। इसके अलावा, गोवा 1370 में विजयनगर साम्राज्य का हिस्सा था और बाद में बीजापुर सल्तनत का भी हिस्सा रहा।
गोवा में पुर्तगाली
पुर्तगालियों ने 1510 में अफोंसो डी अल्बुकर्क (Afonso de Albuquerque) के नेतृत्व में गोवा पर विजय प्राप्त की। जैसे ही उन्होंने गोवा पर विजय प्राप्त की, उन्होंने मसाले के व्यापार पर नियंत्रण कर लिया।
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