मुहम्मद हिदायतुल्ला खान

मुहम्मद हिदायतुल्ला का जन्म 1905 को हुआ था और 1992 को उनका निधन हो गया था। वह 1969 में भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति थे और पद संभालने वाले दूसरे मुस्लिम थे। हिदायतुल्ला ने वी वी गिरि के बाद राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया। वह जनवरी 1968 से फरवरी 1970 तक भारत के पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश थे। वह अगस्त 1979 से अगस्त 1984 तक भारत के उपराष्ट्रपति भी रहे। जोधपुर में उनके नाम पर एक राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।

बचपन
उन्होंने 1922 में गवर्नमेंट हाई स्कूल, रायपुर में अपनी शिक्षा ली। मॉरिस कॉलेज, नागपुर (1926) में भी पढ़ाई की।

उपलब्धियां
1. उन्होने नागपूर से B. A. की डिग्री ली।
2. वह O.B.E. में 1946 में बैरिस्टर-एट-लॉ थे।
3. 1 दिसंबर, 1958 से वो सुप्रीम कोर्ट के जज थे।
4. ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज से उन्होने दोबारा बी. ए. किया और गोल्ड मेडल जीता।
5. बैरिस्टर-एट-लॉ इन 1930, प्रेसिडेंट, इंडियन मजलिस, कैम्ब्रिज (1929)।
6. 1930 से 1946 तक नागपुर उच्च न्यायालय में अधिवक्ता रहे और 1935 से 1943 तक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लॉ में प्रवक्ता रहे।
7. वह 1942 से 1943 तक सरकारी वकील थे।
8. वह 1946 से 1954 तक पुन्यायाधीश थे,और 1954 से 1956 तक नागपूर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे।
9. वे 1931 से 1933 तक नागपुर म्यूनिसिपल कमेटी के सदस्य, 1943 से नागपुर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, नागपुर यूनिवर्सिटी के एक्जीक्यूटिव और एकेडमिक काउंसिल, कोर्ट आदि के सदस्य थे।
10. वह 1949 से 1953 तक, विधि संकाय, डीन ऑफ लॉ सौगर यूनिवर्सिटी, कोर्ट विक्रम विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, 1919 तक, नागपुर बार काउंसिल के सदस्य, 1943 से 1946 तक फैकल्टी ऑफ डीन थे।
11. वह 1950 से 1953 तक मध्य प्रदेश भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के मुख्य आयुक्त, उपाध्यक्ष थे। उन्हें पूर्व स्काउट्स एंड गाइड्स की अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप के लिए सलाहकार के रूप में 1950 में सर्वोच्च पुरस्कार सिल्वर एलिफेंट से सम्मानित किया गया था।
12. उन्हें 25 फरवरी, 1968 को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी नियुक्त किया गया था। वह 16 दिसंबर, 1970 को सेवानिवृत्त हुए।

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