अरियालुर, तमिलनाडु
अरियालुर तमिलनाडु का बड़ा शहर है। अरियालुर एक भूमि से भरा हुआ शहर है जो अतीत की यादों को प्रतिध्वनित करता है। इस क्षेत्र को इतिहास, मंदिर, कला और वास्तुकला से भरा गया है। यह स्थान जीवाश्मों के लिए प्रसिद्ध है।
अरियालुर का भूगोल
अरियालुर तमिलनाडु राज्य में एक जिला है। अरियालुर तमिलनाडु के सबसे बड़े जिलों में से एक है। जिला मुख्यालय अरियालुर में स्थित है।
अरियालुर की जनसांख्यिकी
2001 की जनगणना के अनुसार, अरियालुर की जनसंख्या 694,058 थी। लगभग 51% आबादी पुरुषों की है और 49% आबादी महिलाओं का गठन करती है अरियालुर की औसत साक्षरता दर 73% है, जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से अधिक है; 55% पुरुषों के साथ और 45% महिलाएँ साक्षर हैं।
अरियालुर की अर्थव्यवस्था
अरियालुर चूना पत्थर के संसाधनों से समृद्ध है। अरियालुर विभिन्न प्रसिद्ध उद्योगों के लिए बिरला (ग्रासिम इंडस्ट्रीज), इंडिया सीमेंट्स, डालमिया सीमेंट्स का घर है। मद्रास सीमेंट की सीमेंट इकाइयाँ यहाँ भी हैं। विशेष रूप से अरासु सीमेंट्स, बिरला सीमेंट्स, सक्ती सीमेंट्स, डालमिया सीमेंट्स, तमिलनाडु सीमेंट्स आदि अरियालुर में स्थित हैं। अरियालुर सबसे व्यस्त परिवहन शहरों में से एक है। यहां के लोग भी खनन के काम में लगे हुए हैं। यह क्षेत्र अब कुटीर उद्योगों के साथ फलफूल रहा है।
अरियालुर के स्मारक
अरियालुर, अरियालुर से 5 किमी की दूरी पर स्थित कालियापेरुमल मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इसके समीप ही प्रसिद्ध कांजीकोण्डा चोलपुरम स्थित है। यह शहर उस मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जिसे चोल के साम्राज्य के राजा राजेंद्र चोलन ने बनवाया था।