किस देश के वैज्ञानिकों ने मरीज़ की जैव सामग्री से विश्व के पहले 3डी ह्रदय का निर्माण किया?
उत्तर – इजराइल
इजराइल के तेल अवीव विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक मरीज़ की कोशिकाओं तथा जैविक पदार्थों से विश्व के पहले 3डी ह्रदय का निर्माण किया है।
यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
इस 3डी ह्रदय का निर्माण मानवीय कोशिकाओं तथा व्यक्ति के जैविक पदार्थ से किया गया है। प्रक्रिया के दौरान मरीज़ के जैविक पदार्थों ने बायो-इंक (3डी प्रिंटिंग द्वारा जटिल उत्तक मॉडल बनाने के लिए शर्करा तथा प्रोटीन का स्थानापन) का काम किया।
हालांकि इससे पहले भी ह्रदय की 3डी संरचना बनायीं गयी है, परन्तु उनमे कोशिकाएं तथा रक्त धमनियां शामिल नहीं थीं। यह ह्रदय एक खरगोश के ह्रदय के जितना बड़ा है। अभी भी ऐसे 3डी प्रिंटेड क्रियाशील ह्रदय का निर्माण करना काफी कठिन है, जिसका प्रत्यारोपण किसी मरीज़ के लिए किया जा सके।
अनुसंधानकर्ताओं के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती इस 3डी प्रिंटेड ह्रदय को वास्तविक ह्रदय की भाँती कार्य करने के लिए तैयार करना है। इसकी कोशिक्षाएं सिकुड़ तो सकती हैं परन्तु अभी उनमे रक्त को धक्का देने की क्षमता नही है। शुरू में जानवरों में इस प्रकार के ह्रदय का प्रत्यारोपण किया जा सकता है।