रॉयल सोसाइटी फेलोशिप प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक कौन बनीं?
उत्तर – गगनदीप कांग
भारत की जैव वैज्ञानिक गगनदीप कांग फेलो ऑफ़ द रॉयल सोसाइटी के 359 वर्ष के इतिहास में शामिल की जाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। कांग को बच्चों में होने वाले संक्रमण के अनुसन्धान के लिए जाना जाता है। उन्होंने रोटावायरस तथा टाइफाइड के स्वदेशी टीके के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गगनदीप कांग वेल्लोर के क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं। वे वर्तमान में फरीदाबाद में ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य कर रहीं हैं। 2016 में उन्हें जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने के लिए जीव विज्ञान में इनफ़ोसिस प्राइज से सम्मानित किया गया था।
फेलो ऑफ़ द रॉयल सोसाइटी
रॉयल सोसाइटी ऑफ़ लन्दन द्वारा गणित, इंजीनियरिंग विज्ञान तथा चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए फेलोशिप ऑफ़ द रॉयल सोसाइटी प्रदान की जाती है, यह एक प्रकार का पुरस्कार है। इसकी शुरुआत वर्ष 1663 में हुई थी। गौरतलब है कि अब तक यह फेलोशिप इसाक न्यूटन (1672), चार्ल्स डार्विन (1839), माइकल फैराडे (1824), अर्नेस्ट रदरफोर्ड (1903), श्रीनिवास रामानुजन (1918), अल्बर्ट आइंस्टीन (1921), सुब्रमन्यन चंद्रशेखर (1944), एलन टूरिंग (1951), स्टीफन हॉकिंग (1974), अजय कुमार सूद (2015), एलोन मस्क (2018) को प्रदान की जा चुकी है।