Biological E भारत में जॉनसन एंड जॉनसन COVID वैक्सीन का निर्माण करेगी
बायोलॉजिकल ई (Biological E) को अपने स्वयं के टीके के साथ जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन का उत्पादन करेगी। यह देश के समग्र वैक्सीन उत्पादन को बढ़ावा देगा।
पृष्ठभूमि
पहले क्वाड समिट (Quad Summit) में एक नई वैक्सीन साझेदारी का अनावरण किया गया। भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान जैसे चार क्वाड देशों ने अपने संसाधनों को पूल करने का फैसला किया। उन्होंने 2022 तक 1 बिलियन COVID-19 टीके लगाने का भी फैसला किया है। योजना के अनुसार, United States International Development Finance Corporation बायोलॉजिकल ई की सहायता करेगा।
योजना क्या है?
बायोलॉजिकल ई सालाना 600 मिलियन जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन खुराक का उत्पादन करेगी। यह जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन (Johnson and Johnson Vaccine) के साथ-साथ अपनी वैक्सीन भी तैयार करेगी। हालांकि, टीकों की निर्माण इकाइयां अलग होंगी। साथ ही, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन उत्पादन का वित्त पोषण अमेरिका द्वारा किया जायेगा।
बायोलॉजिकल ई ने हैदराबाद में अपने स्वयं के टीके की 75 मिलियन से 80 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की योजना बनाई है।
जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन (Johnson and Johnson Vaccine)
इसे United States Food and Drug Administration और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित किया गया है। भारत में जॉनसन एंड जॉनसन ने क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति मांगी है।
यह एक एडेनो वायरस वेक्टर आधारित COVID-19 वैक्सीन है। यह सिंगल डोज वैक्सीन है। अन्य एडेनो वायरस आधारित टीके जैसे कि मॉडर्ना और फाइजर दो खुराक वाले टीके हैं।
वर्तमान परिदृश्य
COVAX के अनुसार, भारत के अक्टूबर, 2021 तक COVID-19 टीकों के अपने प्रमुख निर्यात को फिर से शुरू करने की संभावना नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत टीकों का इस्तेमाल घरेलू उपयोग के लिए कर रहा है।
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