BRO ने एकता एवं श्रद्धांजलि अभियान लांच किया
सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation – BRO) अपने 64वें BRO दिवस समारोह के हिस्से के रूप में “एकता एवं श्रद्धांजली अभियान” का आयोजन करके अपने कर्मयोगियों और राष्ट्र-निर्माण में उनके योगदान को याद कर रहा है। इस अभियान में मोटरबाइक और मोटर कार शामिल हैं। 1 मई, 2023 को सीमा सड़क महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने सीमा सड़क भवन, नई दिल्ली से मोटरसाइकिल और कार रैली टीमों को झंडी दिखाकर रवाना किया।
14 अप्रैल 2023 को किबिथू, अरुणाचल प्रदेश से शुरू होकर, 18 परियोजनाओं के अभियान सदस्यों ने 108 दूरस्थ सीमावर्ती स्थानों से मिट्टी, पानी और पौधे एकत्र किए हैं। वे इन्हें पुणे में BRO अल्मा मेटर, बीआरओ स्कूल और सेंटर में रोपेंगे। यह अभियान 7 मई 2023 को BROके 64वें स्थापना दिवस पर समाप्त होगा।
सीमा सड़क संगठन क्या है?
सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation – BRO) रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में एक वैधानिक निकाय है। इसकी प्राथमिक जिम्मेदारी भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों और अफगानिस्तान, भूटान, म्यांमार, ताजिकिस्तान और श्रीलंका जैसे मित्र पड़ोसी देशों में सड़क नेटवर्क का विकास और रखरखाव करना है। इसका परिचालन क्षेत्र 19 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में फैला है, जिसमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भी शामिल हैं। BRO का आदर्श वाक्य “श्रमण सर्वम साध्यम” है, जिसका अर्थ है कि कड़ी मेहनत से सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है।
सीमा सड़क संगठन मुख्य रूप से सीमा सड़क इंजीनियरिंग सेवा (BRES) के अधिकारियों और जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (GREF) के कर्मियों से बना है। इसके अतिरिक्त, भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स प्रतिनियुक्ति के माध्यम से अतिरिक्त रेजिमेंटल रोजगार के लिए अस्थायी आधार पर अधिकारियों और सैनिकों का योगदान करता हैं।
BRO की उपलब्धियां
BRO ने 55,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया, 44,000 मीटर से अधिक की कुल दूरी पर फैले 450 से अधिक स्थायी पुलों का निर्माण किया, और 2022 तक रणनीतिक क्षेत्रों में 19 हवाई क्षेत्र स्थापित किए।
Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
Tags:Border Roads Organisation , BRO , सीमा सड़क संगठन