C-DAC ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किया

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत एक अनुसंधान और विकास संगठन C-DAC ने हाल ही में उद्योग भागीदारों के लिए बिजली गुणवत्ता समाधान और रेलवे वीसीयू समाधान की अपनी स्वदेशी तकनीक को स्थानांतरित कर दिया है।

प्रौद्योगिकी विवरण

Static Synchronous Compensator (STATCOM) को PQ मानक-IEEE519 और IEEE1459 के पालन के साथ विकसित किया गया था। STATCOM तकनीक को वोल्टेज में उतार-चढ़ाव और अस्थिरता को कम करने के लिए इंजीनियर किया जाता है, जो अक्षय ऊर्जा स्रोतों को पावर ग्रिड में एकीकृत करने के कारण होता है। जैसे-जैसे पवन और सौर ऊर्जा जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों की मांग बढ़ती जा रही है, इस तकनीक का महत्व बढ़ गया है।

VCU : मानक IEC-61375 पर आधारित VCU तकनीक को मौजूदा C-DAC-VCU को आधुनिक तकनीक के समकक्ष लाने के लिए विकसित किया गया था। लोकोमोटिव बेड़े की दैनिक और दीर्घकालिक रखरखाव आवश्यकताओं से निपटने के लिए इस प्रौद्योगिकी को CLW चित्तरंजन को सौंप दिया गया है।

लोको सिमुलेशन नियंत्रक (Loco Simulation Controller) को लोकोमोटिव में VCU और इसके एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर का परीक्षण करने और डीबगिंग बढ़ाने के लिए विकसित किया गया था। रोलिंग स्टैक सॉफ्टवेयर को विकसित करने का उद्देश्य प्रोसेसर बोर्ड की खराबी के मामले में लोको के संचालन की निर्भरता को बढ़ाना था। यह रोलिंग स्टॉक एप्लिकेशन लोकोमोटिव फ़ंक्शन को नियंत्रित करता है और वीसीयू सेट में मौजूद चार प्रोसेसर बोर्डों में वितरित किया जाता है।

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