“Education to Entrepreneurship” Partnership क्या है?

भारत की डिजिटल क्षमताओं को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने “Education to Entrepreneurship: Empowering a generation of students, educators, and entrepreneurs” नामक एक अभूतपूर्व तीन-वर्षीय साझेदारी का उद्घाटन किया। इस सहयोग में शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और मेटा (पूर्व में फेसबुक) शामिल हैं।

“शिक्षा से उद्यमिता” साझेदारी भारत की डिजिटल आकांक्षाओं में कैसे योगदान देती है?

भारत सरकार और मेटा के बीच साझेदारी का उद्देश्य छात्रों, युवाओं और सूक्ष्म उद्यमियों को डिजिटल कौशल के साथ सशक्त बनाना है। यह भारत को वैश्विक कौशल राजधानी बनाने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

मेटा और भारत सरकार के बीच सहयोग के प्रमुख उद्देश्य क्या हैं?

इस सहयोग का लक्ष्य तीन वर्षों में 7 क्षेत्रीय भाषाओं में 5 लाख उद्यमियों को डिजिटल मार्केटिंग कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसका उद्देश्य डिजिटल विभाजन को पाटना और भारत के युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना, समावेशिता को बढ़ावा देना और व्यक्तियों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाना है।

यह साझेदारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का कैसे समर्थन करती है?

यह पहल आवश्यक डिजिटल कौशल प्रदान करके एनईपी के लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाती है, जिससे सूक्ष्म उद्यमियों और छोटे व्यवसायों दोनों को लाभ होता है।

इस सहयोग का भारत की डिजिटल परिवर्तन यात्रा पर क्या संभावित प्रभाव पड़ेगा?

यह सहयोग देश के डिजिटल कौशल को बढ़ाकर, विशेष रूप से स्टार्टअप और छोटे व्यवसायों के संदर्भ में, भारत के डिजिटल परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक बनने की ओर अग्रसर है। यह भारत की डिजिटल क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

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