ज्ञानकोश

जहाँगीर, मुगल शासक

अकबर की मृत्यु के बाद उसका पुत्र जहाँगीर अगला मुग़ल शासक बना। जहाँगीर का आरंभिक नाम सलीम था, यह नाम सलीम चिश्ती के नाम पर रखा गया था। जहाँगीर का जन्म 30 अगस्त, 1569 ईसवी को फतेहपुर सीकरी में हुआ था। सलीम का राज्याभिषेक 1605 ईसवी में आगरा किले में हुआ था। शासक बनने के

नारायण सिद्धेश्वरम मंदिर, कुंभकोणम, तमिलनाडु

कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में नारायण सिद्धेश्वरम मंदिर 65 वां है। मंदिर: यह मंदिर एक ऊँचाई पर बना एक मदाक्कोविल है। सिद्धों द्वारा इसकी पूजा की गई थी, इसलिए इसका नाम सिद्धेश्वरम पड़ा। यहाँ का विनायक आंडा पिल्लेयार के नाम से जाना जाता है। मंदिर के उत्तर में ब्रह्मा

थिरुवेझिमिज़लाई मंदिर

कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में थिरुवेझिमिज़लाई मंदिर मंदिर 61 वां है। किंवदंतियाँ: पार्वती का कात्यायनी के रूप में पुनर्जन्म हुआ था और उन्होंने यहां शिव से विवाह किया था। शिव ने इस चक्रायुधम का उपयोग तिरुवेरकुड़ी वीरत्तम में जलंदरसूरन को नष्ट करने के लिए किया था। एक पैनल में

भारतीय रंगमंच के व्यक्तित्व

भारतीय रंगमंच ने अपने पूरे जादू, सपने, रंग और जुनून के साथ धीरे-धीरे भारतीय कला और संस्कृति की प्रगति को काफी हद तक पुनर्निर्मित किया। प्राचीन काल से लेकर समकालीन समय तक भारतीय नाटक में प्रख्यात हस्तियों ने भारतीय रंगमंच को एक अलग आकार दिया है। संस्कृत नाटकों की महिमा जो प्राचीन काल में भारतीय

तिरुमेयचूर मंदिर, तमिलनाडु

कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में तिरुमेयचूर मंदिर 56 वें स्थान पर है। किंवदंती: सूर्य ने शिव और पार्वती को एक हाथी पर रखा और यहां प्रार्थना की। मंदिर: यह दो एकड़ के क्षेत्र में स्थित है। विमनम गजप्रति शैली में है, चोल साम्राज्य में दुर्लभता है। अभिषेक के बाद