ज्ञानकोश

प्राचीन भारतीय इतिहास : 20 – मौर्यकाल में अर्थव्यवस्था, समाज तथा संस्कृति

आर्थिक स्थिति मौर्यकाल की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन और इससे सम्बंधित गतिविधियों पर आधारित थी। इस दौरान व्यापार भी किया जाता था। भूमि पर राजा का अधिकार होता था, इस प्रकार की भूमि को सीता कहा जाता था। इस भूमि पर कृषि कार्य करने के लिए दास अथवा कर्मकारों को नियुक्त किया जाता था। कई क्षेत्रों

प्राचीन भारतीय इतिहास : 19 – मौर्य साम्राज्य – चन्द्रगुप्त और बिन्दुसार

चन्द्रगुप्त मौर्य (322-298 ईसा पूर्व) चन्द्रगुप्त मौर्य भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण शासक था। चन्द्रगुप्त मौर्य के कार्यकाल से पहले सिकंदर ने भारत पर आक्रमण करके कई क्षेत्रों को अपने अधीन किया था। सिकंदर ने अपने जीते हुए क्षेत्रों में अपने प्रतिनिधियों को रखा था। मौर्य वंश की स्थापना चन्द्रगुप्त मौर्य ने की थी, इसमें चाणक्य

प्राचीन भारतीय इतिहास : 18 – मौर्य साम्राज्य- अशोक

अशोक भारतीय इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण शासकों में से एक है। अशोक ने भारतीय महाद्वीप के सबसे बड़े राज्य का गठन किया था। विभिन्न स्थानों से प्राप्त अभिलेखों में उसे देवानामपियदस्सी कहकर संबोधित किया गया है। भब्रू अभिलेख में उसे प्रियदर्शी, जबकि मास्की में बुद्धशाक्य कहा गया है। मास्की, गुर्जरा, नित्तुर तथा उदगेलम अभिलेख में

प्राचीन भारतीय इतिहास : 17 – महाजनपद

प्राचीन भारत में अस्तित्व में रही विशाल राज्यों को महाजनपद कहा जाता है। इनका उदय उत्तर वैदिक काल में हुआ। जैन तथा बौद्ध ग्रंथों से इनकी जानकारी मिलती है। इस दौरान विशाल संगठित राज्यों का उदय हुआ। इस काल में बौद्ध और जैन धर्मों की स्थापना हुई। इन महाजनपदों की संख्या 16 थी। बौद्ध ग्रन्थ

प्राचीन भारतीय इतिहास : 16 – भारत पर सिकंदर का आक्रमण

भारत पर सबसे पहले ईरानी शासकों ने आक्रमण आरम्भ किये। भारत पर प्रथम विदेशी आक्रमण ईरान के हखमनी वंश के राजाओं ने किया था। इस वंश के संस्थापक सायरस ने भारत पर आक्रमण का असफल प्रयास किया था। ईरान के अकेमेनियन शासक डेरिअस प्रथम ने 516 ईसा पूर्व में भारत पर आक्रमण किया। इसके अभिलेखों